बस में मिली लड़की की चुदाई

मैं उसके दूध के निप्पल को मुंह में रख कर खीच खीच कर चूसने लगा तो उसकी तेज सांसे चलने लगी और वो सांसे कुछ ही देर में सिसकियों में बदल गयी | मैं उसकी तेज सांसे को सुनकर और जोश में आ गया..

भिखारी लड़की के जलवे

मैंने उन्हें चूसना शुरू कर दिया, क्योंकि मैं खुद को नियंत्रित नहीं कर पा रही थी। वो मेरा लंड अपने मुँह में लेने लगी. मुझे अभ्यास करने की आदत थी। इतनी अच्छी अनुभूति मैंने अपने पूरे जीवन में कभी नहीं महसूस की थी…

गाड़ी तो तुमसे ही ठीक करवाऊंगी

मेरा नाम कल्पेश है मैं गुजरात के एक छोटे से गांव का रहने वाला हूं लेकिन अब मैं अहमदाबाद में ही रहता हूं। मैंने अपने बचपन के दिन बहुत ही गरीबी में गुजारे हैं और … >> पूरी कहानी पढ़ें

मेरी सुहागरात की कहानी

मेरी शादी ठीक से हुई, मेरे जिम्मे सिर्फ़ दो काम थे, पहला घर और ससुराल में शादी की सभी परम्पराएँ पूरी करना और दूसरा शादी में शामिल मेहमानों से शादी की शुभकामनाएँ स्वीकारना ! इसके … >> पूरी कहानी पढ़ें