কক্সবাজারে শীতের রাতে বন্ধুর সাথে বউ বদল
আমি আমার বাড়া টা ওর মুখে ঢুকিয়ে দিলাম, ওহ সেকি বাড়া চোষা পাকা খানকির মত আর মুখে শব্দ করছে অমমমম ওমমম করে এক হাতে আমার দুলতে থকা বিচি কচলাতে লাগলো আরেক হাতে আমার কালো কালো বালে হাত বুলাতে লাগলো..
আমি আমার বাড়া টা ওর মুখে ঢুকিয়ে দিলাম, ওহ সেকি বাড়া চোষা পাকা খানকির মত আর মুখে শব্দ করছে অমমমম ওমমম করে এক হাতে আমার দুলতে থকা বিচি কচলাতে লাগলো আরেক হাতে আমার কালো কালো বালে হাত বুলাতে লাগলো..
मेरा लंड उसकी चूत में पूरा का पूरा सटा सट अंदर बाहर हो रहा था. 10 मिनिट की चुदाई के बाद प्रिया फिर से झड़ गयी. मैने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल लिया तो उसने मेरे लंड को तुरंत पकड़ लिया और कहने लगी, बाहर क्यों निकाल रहे हो. अभी मुझे और मज़ा लेना है…
वह मुझे इतना समझा रही थी लेकिन मेरे दिमाग में कुछ भी बात नहीं घुस रही थी। मैं सिर्फ उसके होठों को देख रहा था और उसके बड़े बड़े स्तनों को देखे जा रहा था। मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और अपने नीचे दबोच लिया। वह छटपटाने लगी लेकिन मैंने उसके होठों को अपने होठों में..
मेरी सेक्सी बीवी दारु पीती है पार्टी में. आप नीचे दिए हुए तस्वीरों में देख सकते है के कैसे वो चुदाई के मज़े ले रही है. मेरा दोस्त चोदने के लिए हमेशा तैयार रहता है और मेरी बीवी उससे अक्सर चुदवाती है.. घर हो या बाहर, हमेशा उसका ही लंड लेती है अपनी गीली चूत में..
हम दोनो दूसरे रेस्टोरेंट मे चले गये और हमने ब्रेकफास्ट किया. फिर उन्होने अपने दोस्त को फोन किया उनके दोस्त ने कहा की बोम्बे से उनके बॉस आने वाले हैं उनके आने के बाद इंटरव्यू होगा. तो चाचू ने मुझसे कहा की जब तक उनके दोस्त के बॉस आए हम दिल्ली घूम लेते हैं…
उन्होंने भी कई बार मुझे उस तरीके की नजर से देखा था। मैं उनके ख्यालात भाप चुकी थी। इसलिए मैं भी इशारे करने लगी थी। एक दिन वह समय आ ही गया जब उन्होंने मुझे मेरे बिस्तर पर लेटा कर मेरे चूचो को दबाने लगे। वह बोलने लगे मैं तो कब से इस मौके का इंतजार कर रहा था।….
পিসির মতো পুলকও লকসীকে আদর যত্ন করে ৷ সীমার দেওয়া কথা মতো সীমা পুলককে নিজেকে চোদার ব্যবস্থা করে দেয় ৷ পিসির বাড়ীতে ভালো মন্দ খেয়ে পুলক বেশ হৃষ্টপুষ্ট হয়ে যায় ৷ পিসিকে নিয়মিত চুদতে চুদতে পুলকের নুনু এখন তাগড়া মোটা বাড়ায়….
पिछले अपडेट में आपने देखा की कैसे गोगी ने अपनी मम्मी से अपने आप को शांत करवाया और कैसे पूरे स्कूल में टप्पू, उसके और सोनू के चर्चे थे.. अब आगे… सुबह के १० बज गए थे.. सब अपने काम पर निकल गए थे.. लेकिन जेठालाल अभी निकलनेवाला था, उसने फटाफट नाश्ता किया और दूकान जाने के लिए निकल पड़ा…
मैंने देखा रूम में भाभी अपने चुत में ऊँगली कर रही थी और अपने मम्मे मसल रही थी.. मैंने वहा खड़े होकर उनकी वीडियो बनाई… कुछ टाइम बाद भाभी अपना फ़ोन वहीँ रख कर वाशरूम चली गयी… मैंने जल्दी से जाकर देखा। फ़ोन में बहुत साड़ी उनकी वीडियोस थी…
मैं उसकी नंगे बदन पर चिपकी उसकी चूचियों को ही देखता रह गया। साली की चूचियाँ मौसम्मी के आकार की थीं। मैं उसकी चूचियों को अपने मुँह में भर कर चूसे जा रहा था और मेरा एक हाथ उसकी पैंटी में अपना कमाल दिखा रही थीं। उधर उसके मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थीं…