बीवी और डोली भाभी

Biwi Aur Doli Bhabhi XXX तो डोली भाभी बाहर बैठी थी. उन्होने मुझसे पूछा, काम हो गया. मैने कहा, हाँ. वो बोली, मैं गरम पानी से उसकी चूत की सिकाई कर देती हूँ. इससे उसका दर्द कम हो जायेगा. मैं चुप रह गया क्योंकी मैने तो प्रिया की चूत को अभी तक छुआ ही नहीं था. मैने तो उसकी गांड मारी थी. में प्रिया के पास चला गया. डोली भाभी पानी गरम करके ले आई. वो बोली, मैं पानी गरम करके लाई हूँ, अंदर आ जाऊं. मैने कहा , आ जाओ. प्रिया बोली, मैं एकदम नंगी हूँ और तुम दीदी को यहाँ बुला रहे हो. मैने कहा, तो क्या हुआ. वो कुछ नहीं बोली.

डोली भाभी अंदर आ गयी. उन्होने प्रिया से कहा, लाओ मैं तुम्हारे छेद की सिकाई कर दूँ. इससे तुम्हारा दर्द कम हो जायेगा. प्रिया ने करवट बदल ली तो डोली भाभी ने कहा, तुमने करवट क्यों बदल ली. अब मैं कैसे तुम्हारे छेद की सिकाई करूँगी. उसने अपनी गांड के छेद की तरफ इशारा करते हुये कहा, इसी में तो इन्होने अपना औज़ार घुसाया था. डोली भाभी के मुहँ से निकला, क्या. डोली भाभी की नज़र प्रिया की गांड पर पड़ी. उसकी गांड खून से लथपथ थी. मैने अभी तक अपना लंड साफ नहीं किया था. मेरा लंड भी खून से भीगा हुआ था. डोली भाभी आँखें फाडे कभी मेरे लंड को और कभी प्रिया की गांड को और कभी मेरे चेहरे को देखने लगी. डोली भाभी ने गरम पानी से प्रिया की गांड की सिकाई की. उसके बाद उन्होने मुस्कुराते हुये प्रिया से कहा, प्रिया तुमने तो एक ही बार में मैदान मार लिया है. अब दूसरा मैदान मारना और बाकी है. वो बोली, दीदी, मैं समझी नहीं.

डोली भाभी ने प्रिया की चूत पर हाथ लगाते हुये कहा, अभी तो तुम्हें इस छेद में भी इसका औज़ार अंदर लेना है. प्रिया को बहुत दर्द हो रहा था. डोली भाभी की बात सुनकर वो गुस्से में आ गयी. उसने अपनी चूत की तरफ इशारा करते हुये कहा, एक छेद के अंदर इनका औज़ार लेने में ही मेरा इतना बुरा हाल हो गया और आप कह रही हो की अभी इस छेद में भी अंदर लेना है. मैं अब किसी छेद में इनका औज़ार अंदर नहीं लूँगी. मुझे बहुत दर्द होता है. आप खुद ही इनका औज़ार अपने छेद में ले लो. डोली भाभी ने मुस्कुराते हुये कहा, मेरे अंदर लेने से क्या होगा. आख़िर तुम्हें भी तो इसका औज़ार अपने इस छेद में अंदर लेना ही पड़ेगा.

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जैसे एक बार तुमने दर्द को सहन कर लिया है उसी तरह से एक बार और दर्द को सहन कर लेना. प्रिया ने डोली भाभी की चूत की तरफ इशारा करते हुये कहा, पहले तुम इनका औज़ार अपने इस छेद में अंदर ले कर दिखाओ. उसके बाद ही मैं इनका औज़ार अपने इस छेद में अंदर लूँगी. डोली भाभी मेरा मुझे देखने लगी और मैं उनको. प्रिया बोली, क्यों अब क्या हुआ. आप मुझे फसा रही थी लेकिन मैने आप को ही फसा दिया. दिखाओ इनका औज़ार अपने छेद के अंदर लेकर. डोली भाभी ने कहा,अच्छा बाबा, अभी दिखा देती हूँ लेकिन उसके बाद तो तुम मना नहीं करोगी.

वो बोली, पहले आप दिखाओ उसके बाद मैं इनका औज़ार अंदर ले लूँगी भले ही मुझे कितनी भी तकलीफ़ क्यों ना हो. डोली भाभी ने मुझसे कहा, देवर जी, प्रिया ऐसे नहीं मानेगी. अब तुम अपना औज़ार मेरे अंदर डाल ही दो. मैने कहा, प्रिया के सामने. प्रिया बोली, तो क्या हुआ. जब ये मुझे तुम्हारा औज़ार अंदर लेते हुये देखेगी तब ही तो ये तुम्हारा औज़ार अंदर लेगी.

डोली भाभी ने अपने कपड़े ऊतार दिये और प्रिया के बगल में लेट गयी. मैं डोली भाभी के पैरों के बीच आ गया तो डोली भाभी ने प्रिया से कहा, अब तुम बैठ जाओ और देखो की कैसे मैं इसका औज़ार पूरा का पूरा अंदर लेती हूँ. प्रिया डोली भाभी के बगल में बैठ गयी. मैने डोली भाभी की चूत में अपना लंड घुसाना शुरू कर दिया. धीरे धीरे मेरा पूरा का पूरा लंड डोली भाभी की चूत में समा गया. प्रिया आँखें फाडे देखती रही. उसके बाद मैने डोली भाभी की चुदाई शुरू कर दी. प्रिया मेरे लंड को डोली भाभी की चूत में सटा सट अंदर बाहर होते हुये देखती रही.

5 मिनिट की चुदाई के बाद डोली भाभी झड़ गयी तो प्रिया ने कहा, दीदी, तुम्हारे छेद में से क्या निकल रहा है. डोली भाभी ने कहा, ये मेरी चूत का पानी है. अब ये कई बार निकलेगा. जब ये तुम्हारी चूत में भी अपना लंड घुसा कर तेज़ी से अंदर बाहर करेगा तब तुम्हारी चूत में से भी ऐसा ही पानी निकलेगा. चूत से पानी निकालने पर बहुत मज़ा आता है. तुम खुद ही देख लो की मुझे कितना मज़ा आ रहा है. मैने डोली भाभी को लगभग 25 मिनिट तक खूब जम कर चोदा. प्रिया आँखें फाडे देखती रही. लंड का सारा पानी डोली भाभी की चूत में निकाल देने के बाद मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया तो प्रिया बोली, तुम्हारे लंड पर तो ज़रा सा भी खून नहीं लगा है. मैने कहा, खून तो केवल पहली पहली बार घुसने में ही निकलता है. वो कुछ नहीं बोली. डोली भाभी ने प्रिया से कहा, अब तो तैयार हो इसका लंड अपनी चूत में लेने के लिये. वो बोली, हाँ, लेकिन दीदी, बहुत दर्द होगा.

डोली भाभी ने कहा, पगली, केवल एक ही बार तो दर्द होगा. उसके बाद तो तू खुद ही इससे बार बार कहेगी की अपना लंड मेरी चूत में डाल दो. वो बोली, भला मैं ऐसा क्यों कहूँगी. डोली भाभी ने कहा, क्योंकी तुझे इसमें मज़ा जो आयेगा. मैं डोली भाभी के बगल में लेट गया. प्रिया मेरे लंड को देखती रही. थोड़ी देर बाद वो बोली, इनका लंड अब खड़ा क्यों नहीं हो रहा है. डोली भाभी ने कहा, अभी इसने मुझे चोदा है ना इसीलिये तू इसके लंड को सहलाना शुरू कर दे. थोड़ी ही देर में ये फिर से खड़ा हो जायेगा. डोली भाभी की चुदाई देख कर प्रिया को भी थोड़ा जोश आ गया था. उसने अपना हाथ धीरे से मेरे लंड पर रख दिया. थोड़ी देर तक वो मेरे लंड को देखती रही. उसके बाद उसने मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया.

15-20 मिनिट के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा. मैने देखा की उसकी आँखें कुछ गुलाबी सी होने लगी. लंड खड़ा होते देख प्रिया जोश में आ गयी और डोली भाभी से बोली, दीदी, अब तो इनका लंड खड़ा हो गया. डोली भाभी बोली, अब तू लेट जा. इतना कह कर डोली भाभी उठ कर बैठ गयी और प्रिया लेट गयी. डोली भाभी ने मुझसे कहा, तू मेरे साथ ज़रा बाहर आ. मै डोली भाभी के साथ बाहर आ गया. डोली भाभी ने कहा, इस बार प्रिया के ऊपर ज़रा सा भी रहम मत करना. पूरी ताक़त के साथ धक्का लगाते हुये पूरा का पूरा लंड अंदर घुसा देना. ज़्यादा देर भी मत करना. उसके बाद उसकी किसी दुश्मन की तरह खूब जम कर चुदाई करना. समझ गये. मैने कहा, ठीक है, मैं ऐसा ही करूँगा.
डोली भाभी ने कहा, मैने कभी तेरे भैया से गांड नहीं मरवाई थी, मेरी गांड कब मारेगा.

मैने कहा, जब तुम कहो. वो बोली, ठीक है, मैं तुझे बता दूँगी. अब चल मेरे साथ कमरे में. मैं डोली भाभी के साथ कमरे में आ गया. प्रिया बेड पर लेटी हुई थी. डोली भाभी ने मुझसे कहा, अब तू अपने लंड पर तेल लगा ले और प्रिया की चुदाई शुरू कर. मैं इसके पास ही बैठ जाती हूँ. डोली भाभी प्रिया के बगल में बैठ गयी. मैने अपने लंड पर ढेर सारा तेल लगा लिया और प्रिया के पैरों के बीच में आ गया. जैसे ही मैने अपना लंड प्रिया की चूत पर रखा तो डोली भाभी ने कहा, ऐसे नहीं. मैं बताती हूँ. मैने कहा, बताओ. डोली भाभी ने कहा, तू अपना हाथ इसके पैरों के नीचे से डाल कर इसके कंधे को ज़ोर से पकड़ ले. उसके बाद अंदर घुसा.

मैने प्रिया के पैरों के नीचे हाथ डाल कर प्रिया के कंधे को ज़ोर से पकड़ लिया. डोली भाभी ने कहा, अब जैसा मैने तुझे समझाया था ठीक उसी तरह अंदर घुसा दे. मैने प्रिया की चूत के मुहँ पर अपने लंड का सुपाड़ा रख दिया. जैसे ही मैने धक्का लगाया तो डोली भाभी ने प्रिया के मुहँ को ज़ोर से दबा कर पकड़ लिया. प्रिया के मुहँ से गू गू की आवाज़ ही निकल पाई. डोली भाभी मुझसे बोली, घुसा दे जल्दी से पूरा का पूरा. मैं तो ताकतवर था ही. मैने अपनी सारी ताक़त लगाते हुये फिर से एक धक्का मारा.

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प्रिया की चूत से खून की धार निकलने लगी. मेरा लंड खून से नहा गया. वो अपने हाथों को ज़ोर ज़ोर से बेड पर पटकने लगी. उसकी सारी की सारी चूड़ीयां टूट गयी और उसका हाथ लहुलुहान हो गया. मुहँ दबा होने की वजह से उसके मुहँ से केवल गू गू की आवाज़ ही निकल पा रही थी. मैने फिर से एक धक्का लगाया. इस धक्के के साथ ही मेरा लंड प्रिया की चूत में 7″इंच तक घुस गया. प्रिया तड़प रही थी. उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे. बेड की चादर पर भी ढेर सारा खून लग गया था. भाभी बोली, जल्दी कर.

मैने एक धक्का और मारा तो मेरा लंड 8″इंच घुस गया. मैने गहरी सांस लेते हुये फिर से ज़ोर का धक्का लगाया. इस धक्के के साथ ही मेरा पूरा का पूरा लंड प्रिया की चूत में समा गया. डोली भाभी बोली, अपना पूरा लंड बाहर निकाल कर एक ही झटके में फिर से अंदर कर दे. मैने वैसा ही किया. डोली भाभी ने कहा, शाबास, ठीक इसी तरह से 4-5 बार और कर. मैने 4-5 बार फिर से वैसा ही किया. प्रिया तड़प रही थी. उसका सारा बदन पसीने से नहा गया थी. उसकी साँसें बहुत तेज चल रही थी और सारा बदन तर तर कांप रहा था. मैने प्रिया की चुदाई शुरू कर दी.

डोली भाभी अभी भी उसका मुहँ दबाऐ हुये थी. उसके मुहँ से गू गू की आवाज़ निकल रही थी. उसकी चूत ने मेरे लंड को बुरी तरह से जकड़ रखा था. मेरा लंड आसानी से उसकी चूत में अंदर बाहर नहीं हो पा रहा था. पूरी ताक़त के साथ मैं लगभग 10 मिनिट तक उसकी चुदाई करता रहा. प्रिया अब कुछ हद तक शांत हो चुकी थी. डोली भाभी ने अपना हाथ उसके मुहँ पर से हटा लिया तो प्रिया सिसक सिसक कर रोते हुये कहँने लगी, दीदी, आप दोनो ने मिलकर मुझे मार ही डाला. बहुत दर्द हो रहा है. डोली भाभी ने कहा, अब तो पहले जैसा दर्द नहीं है ना. वो बोली, नहीं, अब पहले से बहुत कम है. डोली भाभी ने कहा, थोड़ा सब्र कर, अभी बाकी का दर्द भी चला जायेगा. मैं तेज़ी के साथ उसकी चुदाई कर रहा था. अब वो चीख नहीं रही थी केवल आहें भर रही थी. मैने उसे 5 मिनिट तक और चोदा तो प्रिया झड़ गयी.

उसकी चूत और मेरा लंड एक दम गीला हो गया. अब मेरा लंड थोड़ा आसानी से उसकी चूत में अंदर बाहर होने लगा था. मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी. प्रिया ने धीरे धीरे सिसकारियाँ भरनी शुरू कर दी. डोली भाभी ने पूछा, अब कैसा लग रहा है. वो बोली, अब कुछ कुछ मज़ा आ रहा है लेकिन दर्द अभी भी है. डोली भाभी ने कहा, अब इस दर्द को जाने में समय लगेगा. उसके बाद बिल्कुल भी दर्द नहीं होगा. वो बोली, समय क्यों लगेगा. डोली भाभी ने कहा, जब ये तुम्हें 3-4 बार चोद देगा तब तुम्हारी चूत इसके लंड के साइज़ की हो जायेगी. उसके बाद ये दर्द अपने आप चला जायेगा.

मैने और ज़्यादा ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाने शुरू कर दिये थे और उसे तेज़ी के साथ चोद रहा था. प्रिया ने भी अब धीरे धीरे अपना चूतड़ उठना शुरू कर दिया था. वो भी अब मस्ती में आ रही थी. 5 मिनिट में ही वो फिर से झड़ गयी. उसने मेरे होठों को चूम लिया और कहा, अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.

मैने उसकी चुदाई जारी रखी. 2 मिनिट भी नहीं गुज़रे थे की डोली भाभी ने कहा, प्रिया अब तुम इसका लंड अपने दूसरे छेद में ले लो. वो बोली, फिर से दर्द होगा. डोली भाभी ने कहा, अब ज़्यादा दर्द नहीं होगा क्योंकी तुम इसका लंड पहले ही अंदर ले चुकी हो. वो बोली, फिर इनसे कह दो की धीरे धीरे करेंगे. डोली भाभी ने कहा, ये धीरे धीरे ही करेगा. मैं हूँ ना यहाँ पर. अगर ये बदमाशी करेगा तो मैं इसे बहुत मारूँगी. वो बोली, ठीक है. मैने अपना लंड प्रिया की चूत से बाहर निकाला और उसकी गांड में घुसाने लगा. मेरे लंड पर प्रिया की चूत का ढेर सारा पानी लगा हुआ था.

धीरे धीरे मेरा लंड 7″इंच तक उसकी गांड में घुस गया. उसके बाद जब मैने और ज़्यादा घुसाने की कोशिश की तो उसे फिर से दर्द होने लगा और वो चीखने लगी लेकिन इस बार उसने मुझे रोका नहीं. वो बोली, अब रहने दो, दर्द हो रहा है. डोली भाभी ने कहा, बस थोड़ा सा ही तो बाकी है. उसे भी अंदर ले लो. वो कुछ नहीं बोली .

डोली भाभी ने मुझे आँख मारी तो मैने ज़ोर का धक्का लगा दिया. मेरा बाकी का लंड भी उसकी गांड में समा गया. वो ज़ोर से चीखी तो डोली भाभी ने कहा, बस हो गया. उसके बाद मैने उसकी गांड मारनी शुरू कर दी. थोड़ी देर चीखने के बाद वो शांत हो गयी. अब उसे गांड मरवाने में भी मज़ा आने लगा था. लगभग 5 मिनिट तक मैने उसकी गांड मारी तो डोली भाभी ने कहा, अब रहने दो.

मैने कहा, अभी तो मेरे लंड का पानी ही नहीं निकला है. वो बोली, मैं मना थोड़े ही कर रही हूँ. अब तुम इसकी चूत में अपना लंड डाल कर इसे चोदो. मैने अपना लंड प्रिया की गांड से निकाल कर उसकी चूत में डाल दिया. उसके बाद मैने पूरी ताक़त के साथ ज़ोर ज़ोर से उसकी चुदाई शुरू कर दी. 5 मिनिट में ही प्रिया फिर से झड़ गयी. मैं इसके पहले 2 बार प्रिया की गांड मार चुका था और डोली भाभी को चोद चुका था. इसलिये मेरे लंड का पानी निकलने का नाम ही नहीं ले रहा था. मैं ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाते हुये प्रिया को चोद रहा था. वो भी अपना चूतड़ उठाने लगी थी.

थोड़ी देर बाद वो बोली, दीदी, अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. इनसे कह दो की थोड़ा और ज़ोर ज़ोर से धक्का लगाये. डोली भाभी ने मुझसे कहा, तुमने सुना ये क्या कह रही है. मैने कहा, हाँ. वो बोली, तो फिर तुम इसका कहा मानो और अपनी ताक़त दिखा दो इसे. मैने पूरी ताक़त लगाते हुये बहुत ही ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाने शुरू कर दिये. डोली भाभी ने प्रिया से पूछा, अब ठीक है. वो बोली, हाँ, अब मुझे ज़्यादा मज़ा आ रहा है. प्रिया अब चूतड़ उठा उठा कर मेरा साथ दे रही थी.

मेरा लंड उसकी चूत में पूरा का पूरा सटा सट अंदर बाहर हो रहा था. 10 मिनिट की चुदाई के बाद प्रिया फिर से झड़ गयी. मैने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल लिया तो उसने मेरे लंड को तुरंत पकड़ लिया और कहने लगी, बाहर क्यों निकाल रहे हो. अभी मुझे और मज़ा लेना है. मैने कहा, मैं तुम्हें अभी और मज़ा दूँगा. अब तुम घोड़ी की तरह हो जाओ. वो डोगी स्टाइल में हो गयी तो मैं उसके पीछे आ गया. मैने अपना लंड उसकी गांड में घुसा दिया और उसकी गांड मारने लगा. वो जोश के मारे सिसकारियाँ भरने लगी.

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5 मिनिट तक उसकी गांड मारने के बाद मैं अपना लंड उसकी गांड से निकाल कर उसकी चूत में डाल दिया और उसकी चुदाई करने लगा. मैं उसकी कमर को पकड़ कर उसे बहुत ही बुरी तरह से चोद रहा था. वो भी अपना चूतड़ आगे पीछे करते हुये मेरा साथ देने लगी थी. 10 मिनिट उसकी चुदाई करने के बाद मैं झड़ गया. मेरे साथ ही साथ प्रिया भी फिर से झड़ गयी.

मैने अपना लंड बाहर निकाला तो डोली भाभी ने प्रिया से कहा, अब तुम इसके लंड को चाट लो. वो बोली, मैं इनके लंड को नहीं चाटूँगी. इनका लंड गंदा है. डोली भाभी ने कहा, गंदा कहा है. इसके लंड पर तुम्हारी चूत का और इसके लंड का पानी ही तो लगा है. इसे चाटने से प्यार बढ़ता है. चाट लो इसे. वो बोली, मैं नहीं चाटूँगी. मुझे घिन आती है. डोली भाभी ने कहा, मैं ही चाट लेती हूँ. फिर आगे से तुझे ही चाटना पड़ेगा. वो बोली, ठीक है, पहले तुम चाट कर दिखाओ, बाद में मैं चाट लूँगी. डोली भाभी मेरे लंड को चाटने लगी. प्रिया देख रही थी.

मेरे लंड पर लगा हुआ थोड़ा सा पानी डोली भाभी ने चाट लिया फिर प्रिया से बोली, अब बाकी का तुम चाट लो. प्रिया ने शरमाते हुये मेरे लंड को चाटना शुरू कर दिया. उसने मेरे लंड पर लगे हुये बाकी के पानी को चाट चाट कर साफ कर दिया. डोली भाभी ने प्रिया से कहा, अब तुम्हें जब ये फिर से चोदेगा तो चिल्लाओगी तो नहीं. वो बोली, अब क्यों चिलाऊँगी. अब तो मुझे बहुत मज़ा आने लगा है. डोली भाभी ने कहा, फिर ठीक है, तुम आराम कर लो. जब तुम्हारा मन करे तो इसे बुला लेना. मैं इसके साथ अपने कमरे में जा रही हूँ. मुझे इससे कुछ बात करनी है. वो बोली, ठीक है, बुला लूँगी.

डोली भाभी बोली, मैं भी इसके साथ आऊँगी तुम्हारे पास और अपने सामने ही तुम्हारी चुदाई करा दूँगी. डोली भाभी बाहर चली गयी तो मैं भी उनके पीछे पीछे बाहर चला आया.

कहानी जारी रहेगी …