कमरे के लिए लड़के ने मेरी चूत की आग बुझाई

meri pyasi chut ki chudai हेल्लो दोस्तों मेरा नाम सुमिता है | मैं आज सेक्सी कहानी पढ़ाने वालो के लिए अपनी एक कहानी को लेकर आई हूँ | मैं जो आज कहानी आप लोगो के सामने प्रस्तुत करने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं अपनी कहानी शुरू करने से पहले अपने बारे में बता देती हूँ | मैं रहने वाली तम्बोर की हूँ और मेरी शादी होने के बाद मैं अपनी पति के घर रहती हूँ | मेरी उम्र 38 साल है | मेरी हाईट 5 फुट 3 इंच है और मेरा रंग गोरा है | मैं दिखने में अभी भी बहुत सेक्सी लगती हूँ और मेरा फिगर अब बहुत ही सेक्सी है |

दोस्तों अब मेरे अन्दर चुदाई की इच्छा कुछ ज्यादा ही जग गयी है और मेरे पति अब मेरी चुदाई की इच्छा को पूरी नही कर पाते हैं | मैं आप लोगो को अपने पति के बारे में बता देती हूँ | उनका नाम हरी प्रशाद है और उनकी उम्र 42 साल है | उनकी उम्र के साथ उनकी जवानी भी ढल गयी | पर मेरे अन्दर चुदाई की इच्छा ज्यादा हो गयी है | अब मेरे पति मेरी चुदाई तो करते हैं पर उनका लंड मेरी चूत की आग को नही संत कर पाता है | दोस्तों मैं जो कहानी आप लोगो के सामने प्रस्तुत करने जा रही हूँ | मैं आप लोगो से आशा करती हूँ की आप लोगो को पसंद आयेगी और इस कहानी को पढ़ने में आप लोगो को मज़ा भी आएगा | अब मैं बिना टाइम को बर्बाद किये सीधे कहानी पर आती हूँ |

ये कहानी 1 साल पहले की है | दोस्तों मेरे पति एक सरकरी जॉब करते हैं और वो जॉब की वजह से घर कभी कबार आते हैं | जब वो घर आते हैं तब मेरी चुदाई करते हैं | पर वो मेरी चुदाई की इच्छा को पूरी नही कर पाते है जिसकी वजह से मेरे अन्दर चुदाई की इच्छा रह जाती है | अब मैं क्या चाहती हूँ की कोई मेरी चुदाई खूब करे और वो जब मेरी चुदाई करते हैं तो 5 मिनट में ही झड़ जाते हैं | फिर सो जायंगे | इसलिए मैंने सोचा की अब ये मेरी चुदाई की इच्छा नही पूरी कर पाएंगे तो मैं अब किसी जवान लकड़े के लंड से चुदना चाहती थी और मैं किसी लकड़े हट्टे कट्टे लड़के की तलास करने लगी |

कुछ दिनों बाद मुझे मेरे मोहल्ले में एक लकड़ा दिखा और मैं उस लकड़े को पहली बार देख रही थी | फिर मैंने पता किया तो मुझे पता चला की वो लकड़ा मेरे घर के सामने वाले घर में कमरा किराए से लेकर रुक रहा है | अब मैं रोज ही उस लड़के को देखती और सोचती की कब इसके मोटे लंड को अपनी चूत में लेकर चुद पाऊँगी | अब मैं प्लान बनाने लगी | कुछ दिन बाद जब वो अपने घर में जा रहा था तो मैंने उसे आवाज दी और कहा बेटा कुछ काम है करा दो | वो बोला रूको सामन रख आता हूँ | फिर वो सामन रख कर आया | मैं उसे अपने बेडरूम में ले गयी और अपने बेडरूम में अलमारी उठवाने लगी | मैं अलमारी उठवा ही रही थी की मैंने चोट लगने का नाटक किया | वो मुझे ऐसे देख रहा था की मैं आप लोगो को क्या बताऊँ | मैं वहीँ जमीन पर बैठ गयी तो उसने मुझे अपनी बाँहों में उठा कर बेड पर लेटा दिया | तब मैंने उससे कहा यार पैर में बहुत दर्द हो रहा है | बाम लगा कर मालिश कर दो | उस लड़के ने पहले तो माना कर दिया |

Mastaram रसीली प्रज्ञा भाभी

फिर कुछ देर तक सोचने के बाद बोला लाओ लगा दूँ | जब उसने ये बाद कहीं तो मैं तुरंत बेड से बाम निकाल कर दिया और बोली लो प्यार से मालिश करना | उसने अपने हाथ में बाम पकड़ा और लगाने लगा | तब मैंने उससे उसका नाम पूछा उसने अपना नाम राकेश बताया | फिर बोला आंटी मैं तुम्हे क्या बोल सकता हूँ | मैंने उससे कहा आंटी क्यूँ बोल रहे हो तुम्हारा जो मन हो बोल सकते हो | मैं उसको सेक्सी नज़रो से देख रही थी | फिर मैंने उससे कहा राकेश तुम यहाँ क्या करते हो | उसने कहा मैं पढाई करता हूँ | वो बोला आंटी आपके के घर में कौन कौन रहता हैं | मैंने उससे कहा मेरे घर में अकेली ही रहती हूँ | मेरे पति तो कभी कभी घर में आते हैं और मेरा एक लकड़ा है जो बाहर जॉब करता है | वो बोला इतने बड़े घर में अकेली कैसे रहती हो आपको अच्छा भी लगता हैं इतने बड़े घर में अकेले |

मैंने उसे कह दिया अगर तुम्हारा मन हो तो तुम मेरे घर में रह सकते हो और मैं कोई किराया नही लुंगी | वो बोला सच में पर क्यूँ नही किराया लोगी | मैंने कहा बस ऐसे ही तुम मुझे अच्छे लगते हो | दोस्तों मैं उसे अपने जाल में धीरे धीरे फांस रही थी और वो फंस रहा था | वो मेरी टांग पर मालिश कर रहा था और मैं अपनी जांघ को धीरे धीरे पुरी खोल दी | वो मेरी गोरी जांघ को घुर घुर कर देखने लगा | जब वो मेरी जांघ को घुर घुर कर देखने लगा तो मैंने अपने ब्लाउज की 2 बदन खोल दी | वो ये देख कर समझ गया था की मैं क्या चाहती हूँ | पर वो करने में डर रहा था | वो मेरी जांघ को जोर जोर से मसल रहा था और मैं मस्त सेक्सी आवाजे करने लगी | वो मेरी ये आवाजे सुनकर मेरे बड़े बड़े बूब्स की तरफ तिरछी नज़रो से देखने लगा | फिर वो कुछ देर बाद बोला मैं जा रहा हूँ |

तब मैंने उससे कहा रुको यार कहाँ जा रहे हो सामने ही हो कुछ देर बाद चले जाना | वो मेरे इशारे को समझ रहा था पर जान कर भी अंजान बनने का नाटक कर रहा था | फिर जब वो मेरे पास बैठ गया तो मैंने उसके एक हाथ को अपने हाथो में पकड लिया और दुसरे हाथ को पकड कर अपनी कमर पर रख दिया | दोस्तों जब मैंने उसके हाथ को अपनी कमर पर रखा तो वो एकदम चौंक गया और बोला ये क्या कर रही हो आप | मैंने भी खोल कर कह दिया यार मैं तुम से चुदना चाहती हूँ | मैं तुमको रोज ही देखती हूँ और तुम मुझे बहत अच्छे लगते हो | अगर तुम मेरी चूत की आग बुझा दो तो मैं तुम्हे घर रहने के लिए दे दूंगी और खाना भी बना कर दूंगी और सब काम तुम्हारे करुँगी | बस तुम मुझे रोज खुश कर दिया करो | उसने कहा अगर तुम्हरे पति ने कुछ कहा तो मैंने कहा तुम उसकी चिंता न करो वो मुझे पास छोड़ दो |

फिर मैंने उसके सर को अपने हाथो में पकड कर उसकी होठो को पर अपनी होठो को रख दिया | वो मेरी कमर में हाथ को डाल कर मेरी होठो को चूसने लगा | वो मेरी होठो को चूस रहा था और मैंने उसकी होठो को चूस रही थी | वो मेरी होठो को अपनी होठो को पकड के खीच खीच कर चूस रहा था और मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूस रही थी | मैं उसकी होठो को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद मैंने उसके कपडे निकाल दिए और उसने मेरे कपडे निकाल दिए | वो मेरे सामने अंडरवियर में आ गया था और मैं उसके सामने ब्रा और पैंटी में थी | वो मेरे बूब्स को ब्रा के ऊपर से पकड कर दबाने लगा | वो मेरे बूब्स को ब्रा के ऊपर से दबाने के साथ मेरी ब्रा को खोल दिया जिससे मेरे बड़े बूब्स उसके सामने आ गए | तब वो मेरे एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा और दुसरे दूध को हाथ में पकड कर मसलने लगा |

वो मेरे दोनों बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक एक एक करके चूसने के बाद उसने मेरी टांगो को फैला कर मेरी चूत में अपने मुंह को घुसा कर चाटने लगा | वो मेरी चूत में जीभ को घुसा कर मेरी चूत को चाटने लगा | मैं आ आ आ…. ऊ ऊ ऊ… सी सी सी सी…. ह ह ह ह… की सिसकियाँ लेने लगी | वो मेरी चूत को चाटने के साथ मेरी चूत में ऊँगली को घुसा कर जोर जोर से हिलाने लगा | वो मेरी चूत में ऐसे ही 5 -6 मिनट तक करता रहा और मेरी चूत से गर्म पानी की धार निकल गयी | जब मैं झड़ गयी तो उसने अपने लंड को निकाल कर मेरी चूत में घुसा दिया | मेरी चूत गीली थी जिससे उसका लंड मेरी चूत में घुस गया | उसका लंड बड़ा और मोटा होने की वजह से मेरे मुंह से दर्द भरी सिसकियाँ निकल गयी|

वो मेरी चूत में जोरदार धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए चोदने लगा | मैं जोर जोर से हह हह हह…. ऊ ऊ ऊ ऊ… सी सी सी… आ आ आ…. की सेक्सी आवाजे करती हुई चुदने लगी | वो मेरे दोनों बूब्स को कस के हाथ में पकड कर मेरी चूत में जोरदार धक्के मारने लगा | वो मेरी चूत में जोरदार धक्के मार रहा था और मैं मस्त होकर चुद रही थी | वो मेरी चूत में ऐसे ही जोरदार धक्के कुछ देर तक मारता रहा | फिर उसने मेरी चूत से लंड को निकाल कर मुझे घोड़ी बना दिया | वो मुझे घोड़ी बनाने के बाद मेरी चूत में पीछे से लंड को डाल कर जोरदार धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए मुझे चोदने लगा |

जोर जोर से सेक्सी आवाजे करती हुई चुद रही थी साथ में अपनी चूत को आगे पीछे करती हुई चुदाई के मज़े ले रही थी | वो मेरी चूत में धक्को की स्पीड इतनी तेज कर दी की धक्को की आवाज गूंजने लगी | कुछ ही देर में मैं दुबरा झड़ गयी और साथ में वो भी झड़ गया | फिर मैंने उसके लंड को चाट चाट कर साफ कर दिया और उसने अपने कपडे पहन लिए और मैंने अपने कपडे पहन लिए |

फिर उसके कुछ दिन बाद वो मेरे घर में रहने लगा और वो मेरी रोज ही मस्त चुदाई करता था |

धन्यवाद…………….