बबिताजी की बुर मारी जेठालाल ने
बबिता उसके माल की एक-एक बून्द तक पी जाती है और उसके लंड को चाटकर पूरी तरह साफ़ कर देती है.. फिर अब जेठालाल खड़ा होता है और बबिता की पैंटी पर हाथ रखता है.. बबिता की पैंटी पूरी तरह गीली हो चुकी थी…
बबिता उसके माल की एक-एक बून्द तक पी जाती है और उसके लंड को चाटकर पूरी तरह साफ़ कर देती है.. फिर अब जेठालाल खड़ा होता है और बबिता की पैंटी पर हाथ रखता है.. बबिता की पैंटी पूरी तरह गीली हो चुकी थी…
अब जो मैं अपडेट देने जा रहा हूँ उससे पढ़कर बहुत से लोगों को बुरा लग सकता है लेकिन मैं पहले ही उनसे माफ़ी माँग लेता हूँ. दिवाली कहतम हुए अब एक महीने से ज़्यादा … >> पूरी कहानी पढ़ें
पिछले अपडेट में आपने देखा की कैसे गोगी ने अपनी मम्मी से अपने आप को शांत करवाया और कैसे पूरे स्कूल में टप्पू, उसके और सोनू के चर्चे थे.. अब आगे… सुबह के १० बज गए थे.. सब अपने काम पर निकल गए थे.. लेकिन जेठालाल अभी निकलनेवाला था, उसने फटाफट नाश्ता किया और दूकान जाने के लिए निकल पड़ा…
जेठालाल सीधा अंजलि की चूत के पास जाता है और पहले अपनी ऊँगली जीभ पर गीली करता है और अंजलि की चूत को सहलाता है… फिर अपना लंड धीरे-धीरे उसकी चूत में डालता है.. अंजलि की चींख निकल जाती है क्योंकि जेठालाल ने अपना ९ इंच का लंड सीधा अंजलि की गीली चूत में एक ही झटके में दाल दिया था…