भाई बहन एक दूसरे पे फ़िदा हुए
मैं रोज की तरह उसके सामने झुक कर झाड़ू लगाने लगी उसकी आँखे चमकने लगी मेरे बूब्स और निपल देख के उसने अपने होंठों पर जीभ फेर दी मैने नाटक करते हुये अपने बूब्स पकड़ के कपड़े ठीक किये…
मैं रोज की तरह उसके सामने झुक कर झाड़ू लगाने लगी उसकी आँखे चमकने लगी मेरे बूब्स और निपल देख के उसने अपने होंठों पर जीभ फेर दी मैने नाटक करते हुये अपने बूब्स पकड़ के कपड़े ठीक किये…
जैसे ही वो सीधी हुई मेने उसके पैरो को फैलाया और उसकी चूत के दर्शन किए। फिर चूत के पास गया और में मीनाक्षी की चूत को चाटना सुरु कर किया 5 मिनट चाटने के बाद में आगे बड़ा और अपना लन्ड उसके मुंह के पास ले गया..
इतना बड़ा लंड मैंने कभी नहीं देखा था. मैं चूत सहलाने लगी.. मेरे पूरे बदन में झुर-झूरे महसूस होने लगे.. उसके लंड को अपने चूत में लेने को बेताब हो रही थी मैं.. मेरे मुँह से सिसकारी निकल गई….
मै सीधा अंदर चला गया और सुमन की चूचीयाँ चुसने लगा। एक हाथ से उसकी चूत दीदी भी सहलाने लगा। जैसा स्वाती दीदी ने मुझे सिखाया था बिल्कुल वैसा ही मै सुमन के साथ भी करने लगा। सुमन के मुहँ से मादक सिस्कारीया निकल रही थी..
उसने हरे रंग का अंडरवियर पहना था और बड़ी गांड के साथ मैंने उससे कहा कि मैं उसकी गांड देखना चाहता हूँ, उसने बिना देर किए मेरी पोशाक हटाने के लिए कहा मैंने अपनी टी-शर्ट ली और मेरी शॉर्ट्स मैं केवल अपने काले अंडरवियर में था..
मैंने अपने कपडे निकाल दिए जिससे मेरा 6 इंच लम्बा लंड उसके सामने आ गया | वो मेरे लंड को देखकर इतनी उतावली सी हो गयी और मेरे लंड को अपने हाथ में पकड कर मुंह में रख लिया | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी…