ऐसा चोदना की मैं रो पडू

दीपक – मैने तुम्हारे होंठों को चूस्ते हुए तुम्हें दीवार के साथ लगा दिया और नीचे दोनो हाथों से तुम्हारी चूचियाँ दबा रहा हूँ

अनुष्का – लंड को भी चूत पर रागडो ना

दीपक – मैं अब अपना लंड कपड़ो के उपेर से ही तुम्हारी चूत पर रगड़ रहा हूँ

अनुष्का – मैने अब अपना एक हाथ नीचे ले जाकर तुम्हारे लंड को सहलाना शुरू कर दिया.

दीपक – चूसोगी नही? chodayi

अनुष्का – चुसुन्गि पर पहले तुम मुझे नंगी तो करो.

दीपक – अब मैं तुम्हें धीरे चूमता हुआ धीरे धीरे बिस्तर की ओर ले जा रहा हूँ. बिस्तर के पास ले जाकर मैने तुम्हें बिस्तर पर धक्का देकर गिरा दिया.

अनुष्का – अब चढ़ जाओ मेरे उपेर. एक रंडी की तरह चोदो मुझे.

Chachi ki chut – चाची मस्त तो मेरा लंड पस्त

दीपक – वैसे जब हम रियल में मिलेंगे, सबसे पहले क्या बनकर चुद्वओगि? माइ लवर या एक रंडी?

अनुष्का – रंडी. सबसे पहले मुझे एक रंडी समझकर चोदना. ऐसा चोदना की मैं रो पडू.

दीपक – चिंता मत कर मेरी जान. तेरी चूत में लंड घुसाके निकालूँगा नही. ऐसे धक्के लगाऊँगा के यू विल क्राइ, बोथ इन पेन आंड प्लेषर

अनुष्का – विल यू लिक्क माइ चूत? chodayi

दीपक को चूत पर मुँह लगाना बिल्कील पसंद नही था. सोचकर ही उल्टी आती थी. एक ये काम उसने बिस्तर पर कभी नही किया था.

दीपक – ऑफ कोर्स. आइ विल लिक्क उर चूत, रब इट, टीज़ इट, प्ले वित इट

अनुष्का – पर पहली बार में गांड मारने की कोई कोशिश मत करना प्लीज़. आइ नो हाउ मच यू वन्त इट पर पहली बार में नही

दीपक – अंगुली भी नही? आप लोग यह कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है |

अनुष्का – नही प्लीज़. गांड में कुच्छ मत डालना. chodayi

दीपक – ओके

अनुष्का – अच्छा डिड यू गेट दा रोप्स?

दीपक – हां आइ डिड

अनुष्का – कूल. मेरा बड़ा दिल है के मैं तुम्हें बिस्तर से बाँध दूं ताकि तुम हिल भी ना सको और फिर मैं तुम्हारे उपेर चढ़ु.

दीपक – और?

Aunty ki chudai – आंटी ने मेरा लंड टेस्ट किया

अनुष्का – और फिर मैं तुम्हारे होंठों को चूमूं, जब तक मेरा दिल चाहे

दीपक – और? chodayi

अनुष्का – और फिर मैं तुम्हारे गले को चूमते हुए नीचे आऊँ, तुम्हारी चूची पर किस करूँ, फिर तुम्हारे निपल्स को धीरे से काटु.

दीपक – फिर?

अनुष्का – फिर धीरे धीरे नीचे आऊँ और तुम्हारे पूरे लंड को अपनी जीब से चाटना शुरू कर दूं.

दीपक – ओह्ह्ह्ह गॉड …. सोचकर ही कितना मज़ा आ रहा है

अनुष्का – इमॅजिन करो … और तुम बँधे हुए होंगे और हिल भी नही पाओगे और मैं तुम्हारा लंड चूसुन्गि और तुम कुच्छ भी नही कर पाओगे | आप लोग यह कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है |

दीपक – आइ नो chodayi

अनुष्का – थ्ट्स माइ फॅवुरेट पार्ट आक्च्युयली. मेरा बड़ा मंन है. तुम्हें बिस्तर से बाँध दूँगी, फिर तुम्हारी आँखों पर भी एक पट्टी बाँध दूँगी और फिर अपना खेल खेलूँगी.
उस दिन सुबह दीपक उठा तो किसी बच्चे की तरह खुश था.

आज वो अनुष्का से मिलने जा रहा था, पूरे वीकेंड के लिए यानी के अगले दो दिन तक वो अनुष्का को जी भरकर चोदने वाला था. घर पर उसने अपनी बीवी को कह दिया था के वो बिज़्नेस मीटिंग के लिए जा रहा है पर शायद ना भी बताता तो कुच्छ बिगड़ने वाला नही था. हमेशा की तरह वो सुबह से ही अपनी दोस्तों के साथ कोई चॅरिटी फंक्षन प्लान करने में बिज़ी थी.

इतना एग्ज़ाइटेड वो तब था जब उसकी शादी हो रही थी या शादी के पहले कुच्छ दिनो में जब उसको पता था के घर जाकर वो अपनी बीवी की चूत मारेगा. ये सोच सोच कर ही के थोड़ी देर बाद उसका लंड एक चूत में होगा, उसके दिल की धड़कन तेज़ होने लगती थी. लंड इस तरह खड़ा हो जाता था के पेंट में च्छुपाना मुश्किल हो जाता था.
यही हाल उसका आज भी था. सुबह से उसका लंड तना खड़ा था.

दिमाग़ में सिर्फ़ यही चल रहा था के थोड़ी देर बाद वो एक कमरे में वासना का हर गंदा खेल खेलने वाला है. वो सब करने वाला है जो वो करना तो चाहता था पर कभी बीवी के साथ कर ना सका. जी भरकर चुदाई के दौरान गालियाँ देगा, अनुष्का को जिस नाम से चाहे बुलाएगा, जिस पोज़िशन में चाहे चोदेगा, जब तक चाहे चोदेगा.

अनुष्का ने उसे वादा किया था के 2 दिन तक वो दोनो होटेल के रूम में नंगे ही रहेंगे, बिल्कुल कपड़े नही पहनेंगे. दीपक की एक फॅंटेसी थी और वो थी के वो किसी लड़की के साथ नंगा बैठ कर खाना खाए, जब वो और लड़की दोनो डाइनिंग टेबल पर नंगे बैठे हों और खाना खा रहे हों.

बीवी से ऐसी फरमाइश वो कभी कर नही सका पर जब अनुष्का से कहा, तो वो फ़ौरन मान गयी. “आज उनसे पहली मुलाक़ात होगी, फिर आमने सामने बात होगी” वो दिल ही दिल में गुनगुना रहा था “अर्रे बात नही, चुदाई होगी” दिल ही दिल में सोचकर वो हंस पड़ा. अनुष्का से बात करते उसको 6 महीने से ज़्यादा हो गये थे. वो औरत जैसे उसका दिमाग़ पढ़ती थी, जैसे उसको जानती थी. chodayi

पहले दीपक डरता था के कहीं ये कोई लड़का तो नही जो मज़ाक कर रहा हो क्यूंकी वो कभी भी खुद को दिखाती नही थी पर फिर धीरे धीरे उसको यकीन हो गया था के वो एक औरत ही थी. पहले दोनो ऑनलाइन आते, साइबर सेक्स करते और दीपक मूठ मार लेता पर फिर धीरे धीरे अनुष्का ने बात को सेक्स से घुमाना शुरू कर दिया था. बातें फिर सेक्स से हटकर उन दोनो के बारे में होती थी के उन्हें बिस्तर पर क्या पसंद है, क्या नही, सेक्स किस तरह का चाहिए और दीपक को हैरानी होती थी के वो जो कहता, अनुष्का उसी को अपनी भी पसंद बताती.

हर गंदी से गंदी ख्वाइश के लिए उसने यही कहा के अगर वो कभी मिले, तो दीपक उसके साथ ऐसा कर सकता है. फिर बातें सेक्स से हटकर उन दोनो की पर्सनल ज़िंदगी की तरफ आ गयी. बातों बातों में अनुष्का दीपक के बारे में थोड़ा बहुत जान गयी थी पर वो उस औरत के बारे में कुच्छ नही जानता था.

कौन थी, कहाँ रहती थी, क्या करती थी, कुच्छ भी तो नही. “जैसा के उसने कहा था, वो कोई सीरियल किल्लर भी हो सकती है” उसने दिल ही दी में सोचा और उस बात पर हँस पड़ा. “ऑल राइट बेटा” उसने अपनी बेटी का सर चूमा “आइ विल सी यू ऑन मंडे” बीवी किसी चॅरिटी वर्क में बिज़ी थी और दीपक उसके घर आने से पहले ही निकल लेना चाहता था.

कोई 3 घंटे बाद उसकी कार एक होटेल की लॉबी में आकर रुकी. वो कार से उतरा और पहले सीधा वॉशरूम में गया. अपने आपको शीशे में देखा, एक डियो अपने उपेर च्चिड़का, माउत फ्रेशनेर अपने मुँह में स्प्रे किया और बार में पहुँचा. chodayi

जैसा की उन दोनो ने डिसाइड किया था, वो टेबल 7 पर बैठी थी. अनुष्का की पीठ दीपक की तरफ थी पर वो बता सकता था के उसने ब्लॅक कलर की सारी पहेन रखी थी. ये दीपक की एक फॅंटेसी थी के औरत ब्लॅक सारी, ब्लॅक ब्लाउस, ब्लॅक पेटिकट, ब्लॅक ब्रा, और ब्लॅक पॅंटी में हो. वो चाहता था के वो कोई कपड़े ना उतारे, बस औरत को झुकाए, फिर ब्लॅक ब्रा और ब्लॅक पेटिकट उपेर उठाए, ब्लॅक पॅंटी नीचे सरकाए और अपना लंड पिछे से चूत में डाल दे.

आगे से उस औरत के ब्लॅक ब्लाउस के बटन खुले हों, चूचियाँ ब्लॅक ब्रा से बाहर लटक रही हो. ये थी उसकी ब्लॅक फॅंटेसी और जब उसने अनुष्का से इस बारे में बात की, तो वो फ़ौरन मान गयी. और आज वादे के मुताबिक वो ब्लॅक कपड़ो में ही आई थी. उसके पास कोई बॅग नही था पर दीपक गेस कर रहा था के बॅग ऑलरेडी रूम में जा चुका होगा क्यूंकी रूम बुक्ड था और वो नंबर जानती थी |

आप लोग यह कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे है | दीपक ने भी होटेल आकर अपना समान बेल-बॉय के हाथ रूम में भेज दिया था और खुद बार में आ गया था. वो खुद भी एक ब्लॅक सूट में था. ब्लॅक कोट, ब्लॅक वेस्ट, ब्लू शर्ट, और बॅक ट्राउज़र. ट्राउज़र के अंदर उसने अनुष्का की फरमाइश पर पहेन रखी थी एक पिंक कलर की पॅंटी. चलता हुआ वो अनुष्का के पिछे पहुँचा और उसके कंधे पर हाथ रखा. “अनुष्का?” उसने कहा आवाज़ पर औरत पलटी और उठकर सीधी खड़ी हुई.

और अगले ही पल दोनो के चेरे सफेद पड़ते चले गये. “तुम?” दोनो के मुँह से एक साथ निकला.दीपक के सामने ब्लॅक सारी में उसकी अपनी बीवी स्नेहा खड़ी थी. chodayi

तो दोस्तो आपने देखा कभी कभी ऐसा भी होता है ये दोनो भी उन्मुक्त सेक्स के दीवाने थे लेकिन कभी एक दूसरे से कह नही पाए इसी का नतीजा था की आज एक दूसरे से नज़रे चुरा रहे थे |