दीदी के चुत से खून निकालकर चोदा

मैंने उनको बोला कि हाँ ठीक है दीदी में किसी को नहीं बताऊंगा और तब मैंने देखा कि जिस तरह से वो बैठी हुई थी इसलिए उसकी स्कर्ट कुछ ऊँची उठी हुई थी और उसकी चूत का उभरा हुआ कुछ हिस्सा मुझे नज़र आ रहा था, क्योंकि उसकी पेंटी उसकी चूत की फांको में फंसी हुई थी और वो मस्त सेक्सी नजारा देखकर तो मेरा लंड खड़ा होकर फुंकार मारने लगा था, जिसको में कुछ देर अपने नेकर में ही सहलाता समझाता रहा लेकिन वो नहीं माना इसलिए मैंने उसको बाहर निकाल लिया और अब में गोरी चूत को देखकर मुठ मारने लगा था.

Sali ki chut – प्यासी साली की प्यास छत पर मिटाई

मैंने देखा कि मेरी प्रिया दीदी अब अपनी छुपी नजरो से मुझे यह सब करते हुए देख रही थी और फिर वो कुछ देर बाद मुझसे बोली क्या तुम्हे शरम नहीं आती? अब मैंने उनको बोला कि किस बात की शरम तुमने इसको कितनी बार देखा है, एक बार इसको तुम आज अपनी चूत में लेकर देखो उसके बाद तुम मुझे हर दिन बार बार कहोगी संजय प्लीज तुम चोदो मुझे, मैंने प्रिया से इतना कहा और फिर में उठकर उसके पास आ गया और में उसको अब किस करने लगा था और कुछ देर बाद मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली को डाल दिया था.

पहले तो वो कुछ देर वो दर्द की वजह से छटपटाई, लेकिन फिर भी मैंने उसकी चूत में अपनी पूरी उंगली को अंदर डाल दिया था, जिसकी वजह से कुछ देर बाद उसको भी मज़ा आने लगा था और वो मेरे पहले से ज्यादा पास आने लगी थी. अब मैंने अपना लंड उसको हाथ में पकड़ा दिया और वो उसको सहलाने लगी थी. desichoot

कुछ देर तक लगातार हिलाते हुए मेरे लंड से कुछ पानी बाहर निकला और उसका पूरा हाथ चिकना हो गया और इधर मेरी उंगली उसकी चूत में अपना पूरा काम कर रही थी और वो एक बार झड़ चुकी थी. अब मैंने अपना लंड उसको चूसने के लिए कहा तब वो बोली कि नहीं में यह सब गंदा काम नहीं करूंगी, तो मैंने उसको समझाकर कहा कि एक बार तुम इसको चूस लो उसके बाद तुम मुझे बताना कि यह कैसा है और अब मैंने उसको पूरा नंगा कर दिया और में भी अब नंगा हो चुका था. तो मैंने उसकी चूत पर अपना मुहं रख दिया और मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत में डाल दिया और वो जोश में आकर ऊऊहहहह संजय प्लीज मत करो, मुझे कुछ हो रहा है, लेकिन में अब कहाँ मानने वाला था इसलिए में उसकी चूत को चाटने लगा..

जिसकी वजह से वो एकदम पागल सी हो गई. desichoot

अब मैंने उससे कहा कि अब तो तुम भी मेरे लंड को चूस लो तुम्हे भी बहुत मज़ा आएगा और इतना कहकर मैंने अपने लंड को उसके मुहं में डाल दिया और उधर मैंने उसकी चूत को चूसना वैसे ही जारी रखा. यह सब करीब दस मिनट तक ऐसे ही चलता रहा और तभी मेरा लंड उसके मुहं में ही झड़ गया, लेकिन उसने मेरा वो सारा वीर्य अपने मुहं से बाहर निकाल दिया.

दोस्तों हम दोनों कुछ देर के बाद एक बार फिर से जोश में आकर तैयार हो गये और फिर से मैंने अपने लंड को उसके मुहं में डाल दिया जो अब तनकर खड़ा था, लेकिन अब मेरे मन में उसकी चुदाई को पूरा करने की इच्छा थी और इसलिए सबसे पहले मैंने उठकर बाहर का नजारा देखा, वहां बड़ी शांति थी क्योंकि कुछ लोग अभी तक सो रहे थे और जो कोई उठा था या तो वो अपने कामो में व्यस्त था या फिर बाजार अपने काम से जा चुके थे और वैसे भी हम दोनों ऊपर छत पर बने मेरे छोटे से कमरे में थे इसलिए वहां पर कोई भी आना ज्यादा पसंद नहीं करता.

मैंने सही मौका देखकर अपने कमरे का दरवाजा भी अंदर से बंद कर लिया था और करीब पांच मिनट के बाद उसकी चूत के मुहं पर अपने लंड का टोपा रख दिया. उसके बाद एक जोरदार धक्का दे दिया जिसकी वजह से उसकी चूत फट गई और वो दर्द की वजह से ज़ोर से चिल्ला पड़ी ऊईईईई आईईई आह्ह्हह्ह माँ में मर गई प्लीज तुम अब इसको बाहर निकाल लो संजय मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा है ऊफफ्फ्फ्फ़ मुझे यह दर्द अब सहना बड़ा मुश्किल हो रहा है प्लीज थोड़ा सा मुझ पर तुम रहम करो, बाहर करो इसको, यह बहुत मोटा है. desichoot

तभी मैंने उसका दर्द देखे बिना ही एक जोरदार धक्का और लगा दिया जिसकी वजह से मेरा पूरा का पूरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया और वो उस दर्द की वजह से वो रोने लगी, क्योंकि मेरा लंड तेज गति से अंदर जाते समय उसकी चूत को पूरा फाड़ता हुआ चूत को पूरा फैलाते हुये उसको बहुत दर्द देता हुआ अंदर गया था और उसको दर्द तो हो ही रहा था और अब उसकी चूत से खून भी बाहर निकलने लगा था. करीब पांच मिनट के बाद उसकी चूत का दर्द कम हुआ चूत ने पानी भी छोड़ दिया था जिसकी वजह से अब मेरा लंड बड़ी आसानी से अब अंदर बाहर होने लगा था, इसलिए में अपने लंड को लगातार धीरे धीरे अंदर बाहर करता रहा और मैंने महसूस किया कि अब उसको भी मज़ा आने लगा और वो भी मेरा पूरा पूरा सहयोग करने लगी थी. desichoot

उसको धक्के देने में मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है. desichoot

अब वो मुझसे कहने लगी थी उफ्फ्फ्फ़ हाँ ज़रा ज़ोर से धक्के देकर तुम मुझे चोदो आह्ह्ह्हह हाँ धक्को को तेज करो ना ऊफ्फ्फ्फ़ प्लीज आज फाड़ दो मेरी इस चूत को मुझे आज तुम अच्छी तरह चोदो और पूरा चुदाई का मज़ा दो. दोस्तों अब हम दोनों पूरी तरह से जोश में आकर चुदाई का मज़ा ले रहे थे और अब मेरा लंड झड़ने वाला था. में ज़ोर ज़ोर से चूत में अपने लंड को अंदर बाहर कर रहा था.

मैंने किसी की भी परवाह ना करते हुए उसकी चुदाई को वैसे ही जारी रखा और मेरा लंड पूरा झड़ जाने के बाद ही उसकी चूत से मैंने बाहर निकाला. तो कुछ देर बाद प्रिया दीदी ने मुझसे कहा कि संजय प्लीज एक बार फिर से तुम मेरी चूत में अपने लंड को डालकर दोबारा चोदकर ऐसे मज़े दो ना प्लीज तुम मुझे दोबारा ऐसे ही तेज धक्के दो ना इतना कहकर वो मेरे लंड को अब अपने मुहं में डालकर उसको चूसने लगी जिसकी वजह से कुछ देर बाद मेरा लंड दोबारा से तनकर खड़ा हो गया.

दोस्तों उस दिन हम दोनों ने बहुत मस्त चुदाई के मज़े लिए और मैंने उसकी चूत में कुछ देर बाद दोबारा अपने लंड को डालकर धक्के देने शुरू किए और कुछ देर बाद में नीचे लेट गया और मैंने उसको अपने लंड पर बैठने का इशारा किया और वो मेरे लंड के ऊपर बैठकर अब मेरे लंड की सवारी करने लगी थी और उसने लगातार उछल उछलकर अपनी चूत की मेरे लंड से चुदाई करके उसको शांत किया.

फिर कुछ देर बाद वो झड़ गई. desichoot

और तब तक में भी ठंडा हो चुका था. मेरा और उसका हम दोनों का पानी एक साथ उसकी चूत से बाहर आकर बह रहा था, उसके बाद वो मेरे लंड के ऊपर से उतरकर बेड पर एकदम सीधी लेट गई और बड़ी देर तक उठक बैठक लगाने की वजह से अब उसकी सांसे बड़ी तेजी से चल रही थी, जिसकी वजह से उसकी छाती बार बार ऊपर नीचे हो रही थी और बूब्स का ऊपर नीचे होना देख मेरा मन बड़ा खुश था, क्योंकि वो बड़ा ही मनमोहक द्रश्य था और मुझे प्रिया के चेहरे से अब उसकी चुदाई की संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी. desichoot