हवस चुदाई की

पापा सोफे पर बैठ गए पापा ने मम्मी को अपने लंड को चूसने को कहा . फिर पूछा की अग्रवाल की मोंत के बाद रजनी कहा है. मम्मी ने कहा की अग्रवाल ने उसे पास ही में एक घर दिला दिया है वो वही रहती है अपनी बेटी के साथ …

पहले पहले प्यार का लम्बा इंतजार – 2

मैं तब उसके पेट पर चुम्बन करके हुए उसकी गहरी नाभि में अपनी जीभ को लगाकर कर चटाने लगा | मैं जब उसकी गहरी नाभि को चाटने लगा | उसने मुझे कस के पकड लिए और मुझसे लिपट गयी | दोस्तों मेरे चुम्बन का असर उस पर हो रहा था..

रिश्तेदार के भाई की सेक्सी बेटी

हनी एक शानदार जिस्म की मालकिन थी- लंबा कद, दूधिया रंग, पतली कमर, बेहतरीन चूचियाँ और मदमस्त चूतड़ यानि कूल्हे ! कुल मिलाकर सर से पाँव तक चोदने लायक माल थी। मैं आज रात को ही उसे चोदने के मूड में था।…

मौसी बनी नौकरानी

स्मिथ के लिंग को देखकर आंटी मुस्कुरा दीं। तो स्मिथ ने कहा – देखिए क्या होता है फूहड़… चूस रहा है! मैं उसे उसकी फूहड़ बुलाना पसंद करता था; मेरा दिल चाहता था कि वह मुझे भी फूहड़ कहे। आंटी ने अपना मुंह खोला और मिस्टर स्मिथ का सफेद लंड अपने मुंह में चूसने लगीं…

लड़की पटाने की शर्त लगाई भाई से

मेने उसके मुँह पर अपना मुँह रख दिया मेरा भी पूरा लंड अंदर नही गया था आ इसस्स पर मेने फिर से आगे धक्का दिया और इस बार “क्लीन बोल्ड!!!” पूरा अन्दर डाल दिया वो रो रही थी चीख रही थी और अब तक उसकी गालियाँ भी शुरू हो गयी थी….

प्रोजेक्ट मेरा चूत तेरी

फिर जैसे ही मैंने उसका टॉप उतारा उसके दूध कमाल लगे | ऐसे दूध रिया के नहीं थे | मैंने तुरंत उसके ब्रा को फाड़ के अलग कर दिया और उसके दूध को चूसने लगा | मैं इतने जोर से उसके दूध चूस रहा था कि उसे मदहोशी छा गयी और मुझे पीठ पर नाखून लगाने लगी….

दिल्लीवाली भाभी मतवाली

वो एकदम मस्त हो गयी थी और मेरे हेड पर हाथ फेरने लगी. उसकी सिसकिया सारे कमरे में गूंज रही थी और एकदम गोरे- चिट्टे बूब्स थे उसके. अब मैंने उसकी जीन्स भी उतार दी और उसने ब्लैक कलर की पेंटी पहनी हुई थी. मैंने उसकी लेग्स के बीच में अपना मुह लगा दिया…

क्या मस्त बोबे हैं यार…

उसने लंड को पकड़कर अपने छेद पर लगाया और मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा तो लंड का सुपाड़ा पूरा अंदर चला गया, वो एकदम चिल्लाई, आह्ह माँ धीरे डाल ना, बहुत दर्द हो रहा है। फिर मैंने लंड को धीरे-धीरे पूरा 8 इंच अंदर डाल दिया और उसके लिप को किस करने लगा…

फेसबुक से चुदाई तक का साथ

मैं अब काफी दिनों से राकेश से बात नहीं कर रही थी। एक दिन वह मुझसे बातें करने लगा और कहने लगा कि तुम मुझसे बात नहीं कर रहे हो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा। जब वह मेरे पास आकर बैठा था  तो मुझसे भी नहीं रहा गया और मैंने उसके हाथों को पकड़ लिया…

शादी भी हुयी और चुदाई भी

जैसे ही उसकी योनि में मेरा लंड गया तो वह चिल्ला उठी और कहने लगी टीचर साहब आपका तो बहुत ज्यादा मोटा है। अब मैंने उसके चूतड़ों को पकड़ते हुए धक्का देना शुरू किया। मुझे थोड़ा दिक्कत हो रही थी क्योंकि जगह बहुत  कम थी इस वजह से मैं उसे तेजी से धक्के नहीं दे पा रहा था…