मेरी बहन की हॉट सेक्सी जवानी

नमस्ते दोस्तों, मैं राज, आज आपके सामने पेश करने जा रहा हूँ, मेरे साथ घटी हुई चुदास कहानी को। मैं एक साधारण रहने वाला लड़का था 10वीं तक। उसके बाद मेरी लाइफ में ऐसे उतर चढ़व आए क्या बताओ। मैं तब सिर्फ पोर्न जानता था. 10वीं के बाद जब पोर्न समझने लगा, तो उसे फील करने लगा। मेरा उस वक्त देखने से ज्यादा पढने में इंटरेस्ट था। इसी रूचि ने मुझे रिश्तों में चुदाई की कहानी की तरफ मोडा और अन्तर्वासना हिंदी पोर्न स्टोरीज वाले इस साइट से मिलवाया…. Rishton me chudai wali bhai behan xxx sex story padhkar bookmark zaroor kariye.

फिर क्या था अन्तर्वासना मेरी जीवन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया। आपको सच बताता हूँ अन्तर्वासना को मुझे पढते हुए अब 6-7 साल होगें। चलो अब बढ़ते है, बुर चुदाई कहानी की तरफ। रिश्तों में चुदाई को जान ही चुका था….

जब मैं कॉलेज की पढ़ाई कर रहा था। मेरे साथ मेरी मौसी की बेटी भी पढ़ रही थी। हमारी उमर वही है 21 साल की। उसके बारे में आपको अभी कोई जानकारी नहीं दूंगा जब पढ़ोगे तब आप समाज जाओगे कैसी थी देखने में। तब हमारे कॉलेज पास में ही थे। पर मैं कभी उससे मिलने नहीं जाता था।

हम दोनो भाई बहन के साथ दोस्त ज्यादा थे। उसने मुझे उसकी एक दोस्त को गर्लफ्रेंड बनाकर दिया था। लेकिन हमारा रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चल पाया था। जब मैं उसके घर गया था, तब थोड़ा कॉलेज में जाने के बाद जो परिपक्वता आती है ना, उसकी वजह से खुद मैं रहने लगा था…

उसके साथ पहले जैसी बातें भी नहीं कर रहा था। तो उसने मुझे पूछ लिया क्या हुआ है तुम्हारे, तुम पहले जैसे नहीं रहे?..

तो मैंने बताया कि कॉलेज की टेंशन की वजह ऐसा हो रहा है…

मैंने तब उसकी आँखों में कुछ अलग चमक देखी। दरहसल उस सुबह उसने मेरे मोबाइल में क्रोम की हिस्ट्री पर अन्तर्वासना साइट को देखा था। और नजर रख रही थी मुझ पर… और दोपहर में मुझे हिलाते हुए भी देख लिया। ये बात उसने मुझे बाद में बताई थी…

तो उसके बाद मैंने नोटिस किया कि, वो दुपट्टा इस्तमाल नहीं कर रही है। और बार-बार किसी न किसी कारणवश मेरे पास आ रही है…

झाड़ू लगाने से लेकर खाने परोसना तक। खाना परोसते हुए तो मुझे 60% से ज़्यादा लग गए उसके चुचे… मैं तो पागल हो गया था…

पर मुझे तब गलत लगा था…

बाद में जब घर गया तो बार-बार उसकी ही याद आ रही थी। वो देख देख कर तो मैं बहुत बार मुठ मारी। और उसके लिए मैं पागल हो गया…

उसकी याद में लंड हिलाने लगा। कुछ दिन बीतने के बाद, जब हम कॉलेज गए, वहां मैं उससे वापस मिलने लगा.. हमेशा कुछ न कुछ बहाना बनाने के साथ रहने लगा…

और उसके बूब्स को देखने लगा। पर इस बार कुछ अच्छा खासा इफ़ेक्ट नहीं हुआ.. ना उसने कुछ सिग्नल दिया.. ना मैंने कुछ कर पाया…

फिर एक दिन मैंने उसे घुमाने के लिए मना लिया। और हम दोनो चले गए मेरी बाइक पर। मैंने बार-बार ब्रेक लगाने लगा ताकि उसके चुचे मेरी पीठ को छू ले…

फिर हमने पिज्जा खाया और कॉफी पाइन चले गए एक मशहूर होटल पर… वहीं जब मैं सामने बैठा था तो बार-बार उसके बूब्स को देखने लगा। उसने भी नोटिस किया पर वो कुछ नहीं बोली। आप ये रिश्तों में चुदाई वाली सेक्सी कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़े रहे हैं।

फिर जब मैं घर पर था, तो उसके साथ व्हाट्सएप पर चैट करने लगा.. दरहसल हमारे यहाँ एक प्रोग्राम था.. उसके बारे में बता रहा था और आगे चैट बढ़ा दी…

राज: यार उस दिन के बारे में मुझे थोड़ी बात करनी है थी…

जिया: कौनसी बोल ना..

राज: हम घूमने गए थे ना, वो दिन वाली..

जिया: अच्छा क्या?

राज: मुझे माफ़ कर दे यार..

जिया: किस बारे में बोल रहा है तू..

राज: यार मैं पागल हो गया था जो बार-बार उन्हें देख रहा था..

जिया: मतलब?

राज: यार प्लीज सॉरी यार.. मुझे माफ़ कर दे मैं.. प्लीज..

जिया: तू क्या बोल रहा हो?

राज: यार वही जो चाय पीते वक्त देख रहा था… प्लीज यार मुझे सच में माफ़ कर दो यार..

जिया: हम्म..

राज: प्लीज यार माफ़ कर दे प्लीज..

कोई जवाब नहीं..

राज: प्लीज यार मैं सच में माफ़ करना यार..

जिया: हाँ ठीक है..

राज: यार प्लीज प्लीज सॉरी सॉरी सॉरी सॉरी..

जिया: हां कहा ना.. ठीक है.. पर पता है उस दिन मुझे बहुत डर लग रहा था…

राज: मैं मर जाऊंगा यार.. ऐसा कुछ मत बोलो.. गलती हो गई प्लीज माफ़ कर दे..

जिया: ठीक है

फिर ब्लॉक कर दिया !!!!!!!!!

2 महीने तक ब्लॉक था मैं. फिर एक दिन उसका कॉल आया.. आप ये रिश्तों में चुदाई वाली सेक्सी कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़े रहे हैं।

जिया: कॉलेज आई हूँ.. कब से मिलने नहीं आई तू.. आजा मेडिकल के सामने खड़ी हूँ..

ने कहा ठीक है.. और गया उसको मिलने…

करीब 1 घंटे की बातें की.. पर मुश्किल से में उससे नज़र मिल रहा था.. बाद में ऐसे ही 2-3 महीने चले गए.. फिर एक दिन उसने कॉल किया और कहाँ की घूमने चलते हैं…

बारिश का मौसम था… मैंने पूछा कहाँ जाना है.. तो बोली कहीं बाहर चलते हैं.. झरना वगैरह देखने के लिए..

मैंने कहा ठीक है…

मैं तो भूला नहीं था पहले वाली बात को.. पर पता नहीं वो इतनी खुलकर बात क्यों कर रही थी…

फिर अगले दिन हम चल दिए… वो उसके 2 दोस्त और मैं…

मैं और वो एक बाइक लेकर गए . निकले हुए बस आधा घंटा हुआ था कि बारिश शुरू हो गई। मैंने पूछा रुकना है क्या?.. तो वो बोली नहीं आज भीगना है मुझे चलो….

उसके दोस्त तो रुक गए हम आगे चल दिए…

थोड़े आगे जाने के बाद मुझे गुस्सा आया कि वो मुझसे चिपक कर बैठी है। मैं थोड़ा आगे हो गया वो और आगे हो गई..

फिर थोड़ा और आगे हुआ वो फिर से आगे आने लगी तो मैंने कहा थोड़ा पीछे हो गया… 15 मिनट तक चुप थी.. बाद में फिर से चिपक गई.

इस बार मैंने कोई रिएक्शन नहीं दिया.. मैं वैसे ही बैठा रहा… वो अपने चुचे मेरी पीठ पर दबा रही.. मुझे फील हो रहा था पर कुछ कर नहीं रहा था…

उन्हें पाने की चाहत तो मुझमें भी थी.. पर डर बहुत था मन में.. इसलिए चुप था और कुछ कर नहीं रहा था।

आप ये रिश्तों में चुदाई वाली सेक्सी कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़े रहे हैं। फिर कुछ ही मिनटों के बाद बोल पड़ा.. यार जिया ये क्या कर रही है? इतना क्यों चिपकर बैठी है?..

उसने कहा – अरे थोड़ी ठंड लग रही है।

मैंने कहा अच्छा ठीक है। मुझे उसके चुचे बहुत अच्छे से महसूस हो रहे थे… और करंट सा दौड़ रहा था बॉडी में.. हलचल तो होनी ही थी… पर मैंने कुछ नहीं किया…

हम घूम कर वापस आ गए.. उसने मुझे वहीं होटल पर ले जाने के लिए कहा जहाँ हम पिछली बार गए थे, और ये सब रामायण घटी थी…

कुछ 10 – 12 दिन बाद उसका जन्मदिन था.. तो मैंने कमरे पर ही जश्न मनाने की योजना बनाई थी। मेरा भाई और वो, ऐसे हम 3 लोग थे…

सेलिब्रेशन हुआ.. भाई को कॉल आया तो वो केक खिलाकर बाहर चला गया। मैंने भी उसे केक खिलाया और भाई ने पहले ही उसके चेहरे पर केक लगाया था। वो साफ करके वॉशरूम से बाहर आ गई तब मैंने देखा कि अभी ठीक से साफ नहीं हुआ है…

तो मैंने उसे बताया कि अभी ठीक से साफ नहीं हुआ है.. उसने कहा कि तू ही साफ कर दे.. तो मैंने साफ किया करने लगा.

उसके बालों में और कान के पीछे भी लगा था.. थोड़ा तो मैंने निकाल लिया… पर पता नहीं क्या हुआ.. जैसे ही कान के पीछे का निकला… वो मेरी तरफ से नशीली आँखों से देख रही थी… मानो अभी किस कर दे….

लेकिन फर्स्ट अप्रोच कौन करे, इसमें रह गए…

और भाई आ गया। आग दोनो तरफ लगी थी बस चिंगारी किसकी होगी ये पता नहीं था…