एक चुडक्कड़ परिवार की कहानी – 4
शालिनी ने धीरे से बैग को अपने सिर के नीचे से बाहर निकाला और उसके सामने खड़े मांस को निगल लिया, आरव खुशी से कराह उठा जब उसे समझ में आया कि क्या हुआ है, शालिनी ने उसके लंड को चूसा…
शालिनी ने धीरे से बैग को अपने सिर के नीचे से बाहर निकाला और उसके सामने खड़े मांस को निगल लिया, आरव खुशी से कराह उठा जब उसे समझ में आया कि क्या हुआ है, शालिनी ने उसके लंड को चूसा…
আপুর নরম কোমল হাতের ছোঁয়া পেয়ে আমার বাড়াটা যেন তার শক্তি ফিরে পেল আর আপুর হাতের মধ্যে তার বাস্তব রুপ ধারণ করলো.. আমি আপুকে বললাম দেখলেতো তোমার নরম..
अब मैंने लण्ड को पीछे करके एक धक्का और मारा। अबकी बार लण्ड सीधा बच्चेदानी से जा टकराया, इस बार भी उसके मुँह से चीख निकल पड़ी, लेकिन इस बार का दर्द पिछली बार से कम था…
फिर मैं उसकी चूत से अपनी ऊँगली को निकाल कर मैंने अपने कपडे निकाल दिए | फिर अपने लंड को हाथ में पकड कर हिलाने लगा | तब वो मेरे लंड को अपने हाथ में पकड कर हिलाते हुए मुंह में रख कर चूसने लगी..
उसे अपनी टाँगों के बीच एक बहुत अच्छा एहसास हो रहा था, उसने इस बार फिर जोर से धक्का दिया, उसका लंड उसकी गांड की दरार में कुहनी मार रहा था, आरती थोड़ी देर के लिए उससे अलग हो गई..
हम दोनों ऐसे ही एक दुसरे की होठो को कुछ देर तक किस करने के बाद मैंने उसके कपडे निकाल दिए तो वो मेरे सामने ब्रा और पैंटी में आ गयी.. वो अपने गुलाबी चूत को अपनी घुलाबी पैंटी में छुपा के रखे थी…