पान वाले से चुदाई

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी ठीक होंगे | मेरा नाम सरोज है और मैं ग्वालियर में रहती हूँ | मेरी उम्र 34 साल है और मैं शादीशुदा हूँ | मैं दिखने में बहुत गोरी हूँ और मेरा बदन एक दम अंजेलिना जोली जैसा है स्किनी | मेरे दूध ज्याद बड़े नहीं है मीडियम साइज़ के हैं और मेरी गांड भी ज्यादा बड़ी नहीं है लेकिन गोल है | दोस्तों चुदाई की कहानी पढ़ते हुए मुझे एक साल हो चुका है. paan wale se chudai

और मुझे इस साईट पर चुदाई की कहानियां पढ़ना बहुत अच्छा लगता हैं क्यूंकि इस साईट में कहानियां काफी बड़ी होती है इसलिए पढने में मजा आता है | पर मुझे कभी मौका नहीं मिला कि मैं कोई कहानी लिखूं | पर आज मुझे मौका मिला है कि आप लोगो के मजे के लिए एक कहानी लिखूं | तो आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी लिखने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं आशा करती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयगी | अगर आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आती है तो मेरी कहानी लाइक कर सकते हैं |

अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय नहीं लूंगी और अपनी कहानी शुरू करती हूँ | paan wale se chudai

दोस्तों जब मेरी शादी हुई थी तब मेरे पति प्राइवेट जॉब करते थे | paan wale se chudai

पर सभी लड़के के घर वाले चाहते हैं कि मेरी बेटी का पति सरकारी नौकरी वाला होना चाहिए | तो मेरे साथ भी पहले बहुत यही हुआ था लेकिन बाद में जब मेरे पति ओमकार ने भरोसा दिलाया कि मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर नौकरी पा ही लूँगा तो मेरे घर वाले मान गए | मेरे पति ने भी जो वादा किया था मेरे घर वालो से वो भी उन्होंने पूरा कर दिखाया | मेरे पति की ग्रुप सी में नौकरी लग गई और उनकी पहली पोस्टिंग भोपाल में होनी थी तो वो वहां चले गए | भोपाल में वो रेलवे के क्वार्टर में रहते हैं और मैं यहाँ पर अपने सास ससुर के साथ रहती हूँ |

मेरे सास ससुर बहुत अच्छे हैं और उनका नेचर ऐसा है जैसे वो मुझे अपनी बेटी की तरह ही रखते हैं | मैं यहाँ पर खुश हूँ लेकिन मुझे एक चीज़ की कमी है और वो है चुदाई | जी हाँ, मुझे बस यही चीज़ की कमी हैं क्यूंकि मेरे पति मुझसे दूर रहते हैं और मेरी चुदाई की मुराद पूरी नहीं हो पाती | मैं रोज अपने पति से वीडियो कालिंग कर के अपनी चूत में ऊँगली कर के दिखाती और झड़ जाती | वो भी वहां से अपने लंड को शांत करने के लिए मुट्ठ मार लेते |

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हम दोनों रोज यही करते थे | paan wale se chudai

लेकिन इन सब से क्या होता है शरीर दूर नहीं पास अच्छे लगते हैं | मैं जब भी ब्लू फिल्म देखती या चुदाई की कहनियाँ पढ़ती तो मेरी अन्तर्वासना जाग जाती और मेरे पास कभी कभी तो वीडियो कालिंग का भी जरिया नही रहता तो बेलन या सब्जी से काम चलाना पड़ता | कभी कभी तो मुझे मोटी मोमबत्ती से काम चलाना पड़ जाता है | एक दिन मैं अपने छत पर खड़ी थी और शाम का समय था | हमारा घर मेन रोड पर है तो काफी भीड़ हो जाती है और मैं आते जाते हुए लोगो को देख रही थी | तभी मेरी नजर मेरे घर के सामने वाली पान की शॉप पर पड़ी | वो पान वाला मुझे घूर घूर कर देख रहा था | वो एक 26 साल का लड़का है | दिखने में तो अच्छा है पर उसका जो पेशा है उस पेशे से नफरत है |

मेरे सास और ससुर दोनों ही पान के बहुत शौक़ीन है और वो रोज उसी की दुकान से पान लाते हैं | कभी कभी तो वो खुद ही आ कर पान देता है | मैं अपनी नजर हटा कर जब भी उसकी तरफ देखती तो वो मुझे ही देखता रहता | एक दिन जब मैं ऊपर कपड़े सुखा रही थी और उसकी तरफ देखा तो उसने अपना लंड निकाल कर दिखा दिया | मेरी धड़कन तेज हो गई उसका लंड देख कर | इतना लम्बा और मोटा लंड मैंने अपनी जिन्दगी में बस ब्लू फिल्म में ही देखा था | रियल में मैं पहली बार देख रही थी | मेरी सांसे तेज होने लगी तो मैं सीधा नीचे आ गई |

बार बार उसका लंड मेरी नजरो के सामने आ रहा था |  paan wale se chudai

फिर उसी रात मुझे सपना आया और सपने में वो मुझे चोद रहा था | अगले दिन सुबह जब मैंने उसे देखा तो तब भी मुझे टकटकी लगाये देख रहा था | लेकिन अब मुझे उसका देखना अच्छा लग रहा था | वो मुझे देख कर हाँथ दिखता और कभी अपने लंड को मसलता | एक दिन मैंने मजे लेने ले लिए उसे ऊपर से ही इशारा किया मुँह में लंड लेने का | तो वो पागल सा हो गया और घर आने का इशारा करने लगा | मैंने उसे मना कर दिया | अब मैं रोज ही उसके मजे लेती और उसे खूब तड़पाती | मुझे उसके मजे लेने में काफी मजा आता | फिर एक दिन मेरे सास ससुर ने कहा बेटा तुम अकेले घर संभाल लेना | हम अमरनाथ की यात्रा में जाना चाहते हैं | मैंने कहा ठीक है बाबु जी मैं संभल लूंगी | हमारे यहाँ से काफी लोग वहां हर साल जाते हैं | इस बार सास ससुर ने भी सोचा जाने का | जब वो चले गए तो मैं एक दम अकेले पड़ गई |

जब मैं अकेले थी तो मुझे सेक्स करने की सूझी | paan wale se chudai

अब मेरे पास एक ही रास्ता था कि मैं उस पान वाले को बुला कर चुदवा लूं | मैं छत पर गई और उसके मेरे घर आने का इशारा किया तो उसने 2 बजे का टाइम दिया क्यूंकि वो 2 बजे अपना टपरा बंद करता है | मैं उसके आने के इन्तजार में खाना बना रही थी और जो जो काम थे वो सब कर के फुर्सत हो गई | 2 बजे मेरे घर की घंटी बजी तो देखा कि वो ही पान वाला था | मैंने उसे अन्दर बुलाया और दरवाजा बंद कर दिया | फिर मैं उसे अपने कमरे में ले कर गई | वहां पर पंहुचते हुए उसने मुझे अपनी बांहों में जकड़ लिया और मुझे यहाँ वहां चूमने लगा | मैं भी उसका पूरा साथ दे रही थी | फिर उसने अपने होंठ को मेरे होंठ से लगा दिया और किस करने लगा | तो मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ को चूम रही थी | कुछ देर किस करने के बाद उसने मेरे सूट को उतार दिया और ब्रा को भी उतार कर मेरे दोनों दूध को अपने मुँह में ले कर बारी बारी से चूसने लगा तो मेरे मुँह से आहाआ ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउंह आहाआ ऊनंह ऊमंह आहाआ ऊनंह ऊम्मंह की सिस्कारियां निकलने लगी |

वो मेरे मम्मों को जोर जोर से मसलते हुए चूस रहा था और मैं आहाआ ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउंह आहाआ ऊनंह ऊमंह आहाआ ऊनंह ऊम्मंह करते हुए उसे सहला रही थी | फिर उसने मेरे सलवार और पेंटी को साथ में उतार कर नंगा कर दिया और बिस्तर पर लेटा कर मेरी चूत को चाटने लगा तो मैं आहाआ ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउंह आहाआ ऊनंह ऊमंह आहाआ ऊनंह ऊम्मंह  करते हुए मजे लेने लगी | वो मेरी चूत को जीभ से रगड़ते हुए चाट रहा था और मैं आहाआ ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउंह आहाआ ऊनंह ऊमंह आहाआ ऊनंह ऊम्मंह करते हुए उसके मुँह को अपनी चूत पर दबा रही थी | उसके बाद उसने भी अपने कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया | उसका लंड तो मुझे उसी दिन पसंद आ गया और आज मुझे इसका स्वाद चखने मिल रहा था |

फिर मैं उसके लंड को अपनी जीभ से चाट कर गीला करने लगी तो उसके मुँह से भी आहाआ ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउंह आहाआ ऊनंह ऊमंह आहाआ ऊनंह ऊम्मंह की सिस्कारियां निकलने लगी | उसके लंड को चाट कर गीला करने के बाद मैंने उसके लंड को अपने मुँह के अन्दर डाला और चूसने लगी तो वो आहाआ ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउंह आहाआ ऊनंह ऊमंह आहाआ ऊनंह ऊम्मंह करते हुए धक्के लगाने लगा | उसके बाद उसने मुझे लेटाया और मेरी चूत में अपना लंड डाल कर चोदने लगा तो मैं आहाआ ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउंह आहाआ ऊनंह ऊमंह आहाआ ऊनंह ऊम्मंह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | कुछ देर धीरे धीरे चुदाई करने के बाद उसने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिया और जोर जोर से धक्के मार मार कर चोद रहा था और मैं भी आहाआ ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउंह आहाआ ऊनंह ऊमंह आहाआ ऊनंह ऊम्मंह करते हुए चुदाई में पूरा सहयोग कर रही थी | करीब 20 मिनट की धुआंधार चुदाई के बाद उसने अपना माल मेरे दूध में निकाल दिया | उसके माल बहुत गाढ़ा और ज्यादा था तो मैंने उसे अपने दूध में सब जगह मल लिया |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी और मुझे आप लोगो के मेल का इन्तजार रहेगा |