भाई और उसके चार दोस्तों ने खूब चोदा

फिर मैंने डर के मारे उसके लंड का सारा पानी पी लिया। अब शिवा अभी भी मेरी चूचीयों को मसल रहा था। फिर विजय ने अपना लंड मेरे मुँह से बाहर निकाला और मेरी जीभ को चूसने लगा। अब में और ज़्यादा गर्म हो गयी थी, अब मेरी चूत से पानी निकल रहा था। फिर तभी केसरी ने कहा कि कौन सबसे पहले मिनी को चोदेगा? तो तभी हरी ने कहा कि ये शिवा के दोस्त की बहन है, तो शिवा ही सबसे पहले मिनी की कुँवारी को चोदेगा।

फिर शिवा मेरे पास आ गया और विजय ने मेरे लेफ्ट बूब्स को और हरी ने मेरे राईट बूब्स को चूसना शुरू कर दिया। अब केसरी अपना लंड मेरे मुँह में डालकर अंदर बाहर कर रहा था। फिर शिवा ने मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया, तो में जोश में आकर बोलने लगी आहह, उहहह। फिर थोड़ी देर तक मेरी चूत को चाटने के बाद शिवा ने अपना 8 इंच का लंड मेरी चूत के बीच में रखा और अंदर दबाना शुरू किया।

मेरी चूत कुँवारी होने की वजह से बहुत ही टाईट थी। grop sex

फिर शिवा ने जैसे ही थोड़ा ज़ोर लगाया, तो मुझे बहुत तेज़ दर्द हुआ और में चिल्लाने लगी। तभी हरी ने शिवा से कहा कि यार जरा धीरे-धीरे डालो, ये अभी कुँवारी है और इसकी चूत बहुत टाईट है, मिनी को बहुत दर्द हो रहा है। तो शिवा ने एक हल्का सा धक्का मारा तो उसका लंड मेरी चूत में 1 इंच अंदर चला गया। अब मेरी तो चीख ही निकल गयी थी। अब मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कोई गर्म लोहा मेरी चूत में डाल दिया गया हो। दोस्तों ये ग्रुप चुदाई कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पड़ रहे है।

फिर हरी ने मेरे होंठो को अपने होंठो से जकड़ लिया, ताकि मेरी आवाज बाहर ना निकल सके। फिर शिवा ने फिर से थोड़ा ज़ोर लगाया तो उसका लंड 3 इंच अंदर चला गया। अब मुझे बहुत तेज़ दर्द होने लगा था। अब में चिल्लाना चाहती थी, लेकिन हरी ने अपने होंठो से मेरे होंठो को सील कर रखा था इसलिए में चिल्ला ना सकी। अब में रोने लगी थी और मेरी आँखों से आँसू बहने लगे थे। फिर तभी शिवा ने फिर से थोड़ा ज़ोर लगाया, तो मुझे ऐसा लगा कि मेरी जान ही निकल जाएगी।

अब उसका लंड 6 इंच तक मेरी चूत के अंदर घुस चुका था।

अब मेरी चूत से खून भी निकल आया था। grop sex

फिर शिवा थोड़ी देर तक रुका रहा और फिर उसने अचानक से एक ज़ोरदार धक्का मारा, तो मुझे बहुत तेज़ दर्द हुआ। अब ये दर्द मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। अब शिवा का 8 इंच का पूरा लंड मेरी चूत के अंदर जा चुका था, क्योंकि उसकी दोनों बॉल्स को में अपनी गांड के पास महसूस कर रही थी।

Samuhik chudai – तड़पती चूत और मचलते लोड़ो का ग्रुप सेक्स

फिर शिवा ने मेरे बूब्स को मसलना शुरू कर दिया और फिर जब में कुछ शांत हुई, तो उसने अपना लंड धीरे-धीरे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया, तो में फिर से चिल्ला उठी। अब मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई चाकू से मेरी चूत को काट रहा हो। फिर शिवा ने कहा कि घबराओं मत, अभी थोड़ी देर में सब ठीक हो जाएगा और तुमको भी खूब मज़ा आएगा। फिर शिवा ने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी, तो मुझे फिर से दर्द होने लगा। फिर थोड़ी देर तक चुदवाने के बाद मेरा दर्द भी कम हो गया और अब मुझे भी मज़ा आने लगा था। अब मेरे मुँह से सेक्सी आवाजें निकलने लगी थी।

अब मेरे अंदर एकदम आग सी लग गयी थी। अब मैंने भी शिवा का साथ देना शुरू कर दिया था। फिर शिवा ने बहुत तेज़ी के साथ मेरी चुदाई शुरू कर दी। फिर लगभग 15 मिनट तक मुझे चोदने के बाद शिवा चिल्लाया ऑश मिनी में आ रहा हूँ और अब में अपनी गांड उठा-उठाकर शिवा से चुदवा रही थी, मैंने कभी किसी से चुदवाया नहीं था, इसलिए में उसका मतलब नहीं समझ पाई थी। फिर तभी मेरी चूत में उसके लंड से कुछ गर्म-गर्म सा पानी निकलने लगा और साथ ही साथ मेरी चूत ने भी उसी तरह का पानी छोड़ना शुरू कर दिया।

अब मुझे ये पानी निकलने से बहुत ही ज़्यादा मज़ा आ रहा था। grop sex

अब में एकदम सातवें आसमान पर थी। फिर मेरी चूत में से ढेर सारा पानी निकलने के बाद शिवा ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और हट गया। अब में अभी संभल भी नहीं पाई थी कि केसरी ने मेरी चूत में एक झटके से ही अपना आधे से ज़्यादा लंड डाल दिया। फिर मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ, लेकिन मुझे मज़ा भी बहुत आया था। फिर केसरी ने फिर से एक ज़ोरदार धक्का मारा और अपना पूरा लंड मेरी चूत के अंदर घुसा दिया और फिर केसरी ने खूब तेज़ी के साथ मेरी चुदाई शुरू कर दी।

अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और अब में भी उसका साथ देने लगी थी। अब शिवा मेरे बूब्स को मसल रहा था। फिर उसने मुझे चूमते हुए कहा कि वाह मिनी, तू तो बहुत जल्दी ही चुदवाना जान गयी है, अब तुझे भी इस काम में मज़ा आने लगा। अब उधर विजय मेरे मुँह में अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था।

अब केसरी तो मेरी गर्म-गर्म चूत को चोदते हुए एकदम पागल सा हो रहा था और पूरी ताक़त के साथ बहुत ही तेज़ी से मुझे चोद रहा था। फिर लगभग 15 मिनट तक चोदने के बाद वो झड़ गया, लेकिन में अभी भी गर्म थी। अब उसकी चुदाई के दौरान में 2 बार झड़ चुकी थी। फिर केसरी के हट जाने के बाद हरी ने मुझे चोदना शुरू कर दिया और हरी का लंड उन सबके मुक़ाबले पतला और छोटा था, उसका लंड केवल 6 इंच का था। फिर हरी ने भी ज़ोर-ज़ोर से मुझे चोदना शुरू कर दिया। अब में खूब मज़े ले-लेकर उससे चुदवा रही थी और उसका साथ दे रही थी। अब विजय मुझे किस कर रहा था और मेरे बूब्स को मसल रहा था। फिर हरी ने अपनी स्पीड बहुत तेज कर दी, तो में एकदम मस्त हो गयी और अपने चूतड़ उठा-उठाकर उसका साथ देने लगी थी। फिर लगभग 10 मिनट तक ही चोदने के बाद हरी मेरी चूत के अंदर ही झड़ गया।

अब हरी से चुदवाने के दौरान में केवल 1 बार ही झड़ पाई थी। grop sex