पापा और उनकी परियां

हाय दोस्तों, मैं यह देसी पारिवारिक चुदाई कहानी सुना रहा हूँ जिसमें बाप ने ही अपनी बेटी को चोदा, पहली बार लिख रहा हूँ। कुछ गलतियां होंगी तो मुझे माफ करना। यह कहानी एक परिवार की है, जिसमें बाप, मां और तीन बेटियां हैं। तो चलिए कहानी शुरू करता हूँ। बाप का नाम अशोक, उम्र 42. माँ का नाम पूनम, उम्र 41. पहली बेटी का नाम प्रिया, उम्र 20. दूसरी बेटी का नाम कोमल, उम्र 20. तीसरी बेटी का नाम रिया, उम्र 19. mastram desi family fuck kahani archive.

कहानी शुरू होती है खाना खाने के दौरान. रात के वक्त सभी लोग खाना खा रहे थे। सभी लोग हंसी मजाक कर रहे थे। अशोक और पूनम खुले विचारों वाले हैं। कोमल खाना खाते-खाते मोबाइल इस्तेमाल कर रही थी।

तभी पूनम ने पूछा-

पूनम: कोमल क्या कर रही है तू? खाना खा ले पहले, बाद में चाट कर ले।

कोमल: मैं चैट नहीं कर रही हूं। रील देख रही हूँ माँ।

अशोक: पूनम तुम मेरी बेटी को परेशान क्यों कर रही हो? वो बड़ी हो गई है अभी। देखो कोमल, तुम बॉयफ्रेंड से बात कर रही हो, तो इसमें छुपने की क्या बात है? तुम बोल दो अपनी माँ को।

कोमल: हाहाहा, मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है पापा। मम्मी शायद प्रिया दीदी का बॉयफ्रेंड हो।

प्रिया: कुछ भी मत बोलो, मेरा भी कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। शायद रिया का हो हाहाहाहा.

रिया: मेरे बॉयफ्रेंड तो आप हो पापा। सभी लोग जल्दबाजी में हैं।

पूनम: रिया ऐसा नहीं बोलते, ये तुम्हारे पापा हैं।

रिया: मम्मी मज़ाक कर रही हूँ। वैसे आप भी तो मोबाइल का बहुत इस्तेमाल करती हो। आप ये कामुक देसी फॅमिली की चुदाई कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं।  आपका शायद कोई बॉयफ्रेंड हो।

अशोक हंसते हुए जवाब पूछता है: बोलो पूनम, क्या तुम्हारा भी है हाहाहाहा?

पूनम: हां है ना, मैं तो उससे बहुत प्यार करती हूं। लेकिन उसके पास वक्त ही कहता है अपनी गर्लफ्रेंड से प्यार करने का।

अशोक: अच्छा, तुम्हारे बॉयफ्रेंड का क्या नाम है?

प्रिया: हाँ मम्मी, बोलो ना क्या नाम है हमारे दूसरे होने वाले पापा का?

पूनम: नाम की क्या ज़रूरत है? मिला ही देती हूँ ना मैं तुम्हें सब को।

रिया: सच में मम्मी आपका बॉयफ्रेंड है? कोमल रिया को देख कर हस्ती है और सब लोग हस्ती है।

तभी पूनम कुर्सी से उठी, और अशोक की गोद में जाकर बैठ गई, और बोली-

पूनम: यहीं तो मेरा बॉयफ्रेंड है बच्चो।

अशोक: मुझे तो मालूम ही नहीं था कि तुम मेरी गर्लफ्रेंड हो।

अशोक पूनम के गाल पर किस करता है, और अपने हाथ पूनम की टी-शर्ट के अंदर डाल देता है।

तभी प्रिया बोली-

प्रिया: मम्मी-पापा हम यहीं पर हैं।

अशोक और पूनम दोनो अलग हो गए।

अशोक: हाहा बेटी, मैं तो भूल ही गया था। चलो खाना हो गया है, तो तुम लोग अपने कमरे में जाओ।

कोमल और प्रिया अपनी-अपनी प्लेट्स लेकर किचन की तरफ चले जाते हैं, और रिया वहीं बैठी रहती हैं।

पूनम: रिया तुम अभी तक खा रही हो?

रिया: बस हो गया मम्मी, 2 मिनट। आप ये कामुक देसी फॅमिली की चुदाई कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं।

प्रिया और कोमल अपने कमरे में आते ही हंसने लगते हैं। रिया नहीं दिखी तो प्रिया अपने कमरे से बाहर आई, और रिया को बोली-

प्रिया: बस कर, कितना खाएगी।

रिया: क्या हुआ? तुम जाओ, मैं आती हूँ। तभी अशोक बोला-

अशोक: कोई बात नहीं प्रिया बेटी, खाना खाने दो उसको आराम से।

पूनम सभी बर्तन उठाने लगती है, और खाना फ्रिज में रख देती है। वो प्रिया को इशारे से बोलती है इसको लेकर जा। प्रिया समझ जाती है कि मम्मी क्या कहना चाहती थी।

प्रिया: रिया तू चल, कमरे में ही खाना खा लेना।

रिया: हो गया दीदी.

अशोक: रिया और खा लो ना?

रिया: बस पापा और नहीं खा सकती मैं।

अशोक: ठीक है, पूनम किधर हो तुम।

पूनम: आ रही हूँ.

रिया किचन में प्लेट रख कर प्रिया के साथ चली जाती है कमरे में।

पूनम: हम्म, बोलो क्या बात है?

अशोक: क्या बात है? कुछ नहीं बस. आज तुम्हारे बॉयफ्रेंड को प्यार करना है उसकी गर्लफ्रेंड को, और क्या?

पूनम: अच्छा तो बॉयफ्रेंड को किसने रोका है। वो तो कभी भी प्यार कर सकते है। बस उसके पास टाइम नहीं रहता है मेरे लिए।

अशोक: अच्छा प्यार इधर ही हॉल में करु तो गुस्सा तो नहीं होगी ना गर्लफ्रेंड?

पूनम: प्यार करो तो पहले। अशोक पूनम का हाथ पकड़ के अपनी और खींचता है, और किस करने लगता है। 1 मिनट की किस के बात पूनम बोलती है-

पूनम: इसको तुम प्यार बोलते हो? रुको मैं आपको बताती हूं प्यार किसे बोलते हैं। पूनम किस करना शुरू करती है, और एक हाथ से अशोक का लंड पैंट के ऊपर से ही पकड़ने लगती है। तभी अशोक किस रोक के बोलता है-

अशोक: ये वाला प्यार तो मुझे भी आता है।

और फिर किस करना शुरू करता है, और पूनम की चूत ऊपर से सहलाने लगता है। पूनम बहुत गरम हो गई थी और अशोक का लंड पैंट के ऊपर से सहला रही थी।

पूनम: मुझे मेरे बॉयफ्रेंड का लंड देखना है। काफ़ी दिनों से नहीं देखी है।

अशोक: देख लो, किसने रोका है।

पूनम: चलो कमरे में चलते हैं।

अशोक: नहीं हॉल में ही करना है मुझे प्यार।

पूनम: ये प्यार नहीं है, वो है, समझे। आप ये कामुक देसी फॅमिली की चुदाई कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं।

अशोक: वो क्या पूनम? खुल के बोल मुझे, मैं तुम्हारा बॉयफ्रेंड हूं।

पूनम: सेक्स.

अशोक: हिंदी में बोलो मेरी जान।

पूनम (अशोक को किस करता हुआ बोलती है): चुदाई मेरे बॉयफ्रेंड की।

अशोक: हां मुझे तुम्हारे साथ चुदाई करनी है हॉल में।

Kaamuk desi family fuck kahani sexy baap beti ki chudai ki

पूनम लंड पैंट से बाहर निकलती हुई बोलती है।

पूनम: बहुत दिनों से तुम्हारा लंड मुझे नहीं मिला। आज तो इसको खा डालूंगी, चुस चुस कर लाल कर दूंगी। पूनम लंड अपनी जीभ से चाटने लगती है। उसके टोपे को दांत से काटती है और हल्का सा मुंह में लेना चालू करती है। अशोक की आवाज़ निकलती है-

अशोक: आह्ह, और अच्छे से लो।

पूनम 5 मिनट तक मुंह में लेती रही और बोली-

पूनम: कोई आ जाएगा तो दिक्कत हो जाएगी। चलो कमरे में.

अशोक: तुम सिर्फ लंड चुसो।

पूनम: 3 बेटियाँ हैं घर में। उनसे कोई आ गई तो क्या करोगे?

अशोक: जब आएगी तब देखेंगे। अब तो मेरा लंड लो मुँह में आछे से। और काट मत साली हरामजादी। पूनम लंड मुँह से निकाल के बोलती है-

पूनम: अशोक तुम मुझे गाली दे रहे हो?

और वो लंड ज़ोर से दबा देती है मज़ाक में। अशोक की चींख निकल जाती है।

अशोक: क्या कर रही हो तुम पूनम?

पूनम लंड को और ज़ोर से दबाती है। दूसरे कमरे में तीनो बेटियाँ अपने काम में लगी थीं। कोमल मूवी देख रही थी, हेडफोन लगा कर। रिया गेम खेल रही थी हेडफोन लगा कर, और प्रिया पढ़ा रही थी। प्रिया को उसके पापा की गालियों की आवाज़ सुना दी, तो कमरे से बाहर निकल कर देखने लगी। प्रिया को मालूम था कि मम्मी-पापा कर रहे थे। फिर भी वो कमरे से बाहर निकाल कर चोरी से देखने लगी।

मम्मी पापा दोनो सोफे पर बैठे थे, मम्मी पापा का लंड हाथ में पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से दबा रही थी। ये सब प्रिया देख रही थी।

पूनम: तुम मुझे गालियाँ दे रहे हो, और मैं कुछ भी ना करूँ।

अशोक: आआह बस दर्द हो रहा है। सॉरी मुझे लगा तुमको अच्छा लगेगा। सॉरी, छोड़ दो प्लीज, तुम्हारे बॉयफ्रेंड को दर्द हो रहा है।

पूनम हाथ हटा लेती है, और लंड अपने मुँह में फिर लेने लगती है। वो ऐसे चूज़ रही थी, जैसे कोई कुत्ती हड्डी को चूज़ करती है।

अशोक: बस करो, मुझे नहीं करना। मुझे दर्द हो रहा है।