अपने कॉलेज की लड़की को चोदा

कॉलेज के दिनों में किया हुआ सेक्स हमेशा दिल के पास रहता है। ऐसा ही एक अनुभव को मैं साझा करने जा रहा हूं, जिसमें एक हॉट और सेक्सी कॉलेज लड़की की चुदाई कर डाली मैंने। मैंने उसको खूब रगड़ा और उसकी चूत का स्वाद ले लिया। वो मेरे रांड बन गई थी उसे चोदाई के बाद.. लड़के अपना लण्ड हिलाकर मेरी कहानी पढ़ें.. और लड़कियां अपनी चूत में उंगली करती रहें.. बड़ा मज़ा आएगा इस कहानी में… खैर, देर ना करते हुए कामुक कहानी पर चलते है। main apne college ki ladki ki chudai karke bahut khush tha..

नमस्ते दोस्तों! आप सब कैसे हैं? आशा है कि सब कुछ ठीक है और आप नियमित रूप से हस्तमैथुन कर रहे हैं। मेरा नाम राहुल है और मैं खीरी जिले के एक गांव का रहने वाला हूं। मैं 20 साल का हूँ और मेरी हाइट औसत है, 5 फुट 6 इंच। मेरा लंड भी नॉर्मल साइज़ का ही है.. या फिर नॉर्मल से थोड़ा ऊपर? मेरा लवड़ा 7 इंच का है, खड़े होने पर…

मैं कॉलेज में पढ़ता हूं। दिखने में पतला और पढ़ा में कुछ खास अच्छा नहीं हूँ। पिछले साल 2 बार फेल भी हो चुका हूं.. मेरा बड़ा भाई अच्छा काम करता है और मुझे भी जिंदगी में सफल होने की सलाह देता रहता है.. कहता है, पढ़ो.. पढ़ाई बहुत जरूरी है.. पर मैं तो मौज मस्ती करने वाला व्यक्ति हूं.. पढ़ाई करता तो मज़े कैसे करता..?

अब दोस्तों, बिना टाइम वेस्ट किया.. मैं अपनी पहली चुदाई की कहानी सुनाता हूँ, कि किस तरह मैंने एक लड़की को चोदा! जिस लड़की को मैंने चोदा था, वो मेरे कॉलेज की ही थी.. उसका नाम प्रिय था और क्या बताएं यारों!.. क्या मस्त फिगर था उसका… 32-34-38! ऐसा फिगर देख कर तो किसी का भी लंड सलामी देने लगे और उसको चोदने की इच्छा किसमें नहीं जगेगी?..

उसकी मोटी और बड़ी गांड… क्या मस्त मोटे और बड़े बूब्स! वाह!! मैं तो आज भी उसके बारे में सोच कर मुठ मार देता हूँ।

पढ़ाई भले मैं ना करूँ, अटेंडेंस परफेक्ट रखता था.. लड़की ताड़ने जो मिलती थी.. ऐसे ही मैंने प्रिया को पहली बार देखा.. आदमी को भाग गई.. मैं उसको जैसे मारने लगा… कुछ न कुछ करके उसके पास रहने लगा… चांस देख रहा था उसे फ्रेंडली होने का…

ऐसे ही एक दिन मैं अपने दोस्तों के साथ एक शॉप पर चाय पी रहा था.. कि वहा एक छोटा लड़का था. वो बहुत गरीब लग रहा था.. मेरे पास आकर बोला..

वो लड़का – भैया.. बहुत भूख लगी है.. कुछ खाने को दे दो…

मैंने उसको एक चाय और कुछ टोस्ट दिला दिए.. प्रिया भी अपनी सहेलियों के साथ ही पास ही में खड़ी थी.. उसने ये देख लिया.. पर मैंने उसे ये मुझे देखते हुए नहीं देखा था..

कुछ देर बाद जब मैं वहां से अपने कमरे पर जाने के लिए निकल पड़ी, प्रिया मेरे पास आई…

प्रिया – तुमने अच्छा काम किया.. मुझे लगा था कि तुम सिर्फ़ फालतू हो मैं टाइम पास करता हूँ.. पर आज तुमको उस बच्चे को कुछ खिलाते हुए देख कर पता चला के तुम अच्छे इंसान हो..

मैंने तो बस ऐसे ही उस लड़के को खिला दिया था.. क्या पता था उसकी वजह से प्रिय से बात हो जाएगी..

मैंने कहा – अरे, कोई बात नहीं.. वैसे भी मैं सही नहीं तो कोई और उसको कुछ दे देता…

और ऐसे ही, हम बातें करने लगे.. हम दोनो के दोस्त जा चुके थे..

मैंने कहा – प्रिया, क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगी?

उसने कहा – ज़रूर, क्यों नहीं? …

और इतना बोल कर वो चली गई.. मुझे अच्छा लगा.. आखिरकार प्रिया से दोस्ती तो हुई.. पहला कदम पूरा हुआ..

अब हमारी दोस्ती आगे बढ़ी.. हम मिलने लगे.. बातें करने लगे.. चाय-कॉफी.. घूमना-फिरना.. सब चलने लगा.. इस रिश्ते पर अगले कदम अब तक नहीं गया था…

आप ये सेक्सी स्टोरी कॉलेज की लड़की की चुदाई हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। एक दिन मैंने सोचा आज पूछ ही लूं..

हम कॉलेज के बाहर वाले कैंटीन में कॉफी पी रहे थे..

मैंने पूछा – प्रिया, एक सवाल पूछना था.. बुरा मत मानना.. ठीक है? ..

उसने कहा – ज़रूर.. क्या बात है राहुल? इतना औपचारिक अचानक?..

मैं बोला – बस एक बात पूछना है.. काफ़ी दिनों से मेरे दिल में है ये बात.. क्या तुम मुझे पसंद करती हो?…

वो हंसकर बोली – ये क्यों पूछ रहे हो..? बेशक, मैं तुम्हें पसंद करती हूँ…

मैंने कहा – क्योंकि मैं तुम्हारे प्यार में पागल हो चुका हूँ.. तुम्हारे अलावा कुछ और नहीं मुझे आजकल..

ये बात सुन कर प्रिय खामोश हो गई.. क्या पता उसके मन में क्या चल रहा था.. मेरे तो गोटे मुँह में आ गए थे.. कहीं प्लान फेल न हो जाए. .

उसने पूछा – क्या तुम सच बोल रहे हो? मज़ाक तो नहीं कर रहे हो ना?..

मैंने कहा – ये भी कोई मज़ाक का विषय है? मेरे दिल तुम्हारे लिए बेताब रहता है.. तुम्हारे प्यार में पागल हो चुका है…

मैंने थोड़ा टॉपिक पर और प्रेशर डालते हुए कहा – तुम सोच कर जवाब देना.. पर ‘हां’ में ही देना, वरना मैं तो मर ही जाऊंगा। .

और फिर मैं वहां से चला गया..

अगले दिन मैं कॉलेज बंक करने वाला था.. दोस्तों से कह के मैं नहीं आ सकता और अगर प्रिया पूछे तो बता देना कि मैं कॉलेज नहीं आया हूं..

मुझे कॉलेज में ना देखकर प्रिया ने तकादा लिया दोस्तों से.. उन्होंने वही बताया जो मैंने बोलने को कहा था..

प्रिया ने सोचा के कहीं मैं कुछ कर ना बैठूँ.. और वो पूछते-पूछते मेरे कमरे पर आ गई.. दरवाजे पर दस्तक दी.. मैंने खोला.. प्रिया मेरे सामने खड़ी थी…

प्रिया बोली – आज कॉलेज क्यों नहीं आए?

मैं बोला – वो ज़रा आज मन नहीं कर रहा था आने का…

मैं तो बस टॉपिक को खींच रहा था.. प्रिया को इमोशनली मैनिपुलेट कर रहा था.. अपने प्यार में पागल करना था उसको…

वो बोली – राहुल. मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ… प्लीज कॉलेज आ जाओ..

और इतना बोलकर वो वहाँ से चली गई.. मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा.. प्रिया अब मेरी हो चुकी थी.. वाह! सेक्सी प्रिया अब मेरी थी…

उस रात हम दोस्तों ने पार्टी की..