वो अंदर आई. मैंने उसे बैठने को कहा.. और थोड़ा पानी दिया उसको पीने को..
‘धन्यवाद साहब, बहुत प्यास लगी थी..’ – उसने कहा..
आप ये मस्तराम सेक्स कहानी बिहारी सब्ज़ीवाली लड़की की चुदाई स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। उसने मुझे पैसे दिए..
‘ये लीजिए साहब’..
‘टेंशन मत लो , तुम रखो.. अपने लिए कुछ कपड़े ले लेना.. तुमको अपना भी ध्यान देना चाहिए..’ – मैंने कहा…
मेरा शैतानी दिमाग ओवरटाइम कर रहा था.. उसको बोतल में जो उतारना था…
‘साहब, आप बहुत अच्छे हो..आजतक मुझसे किसी ने ऐसा बर्ताव नहीं किया..उसना कहा..शायद आप यहां के नहीं हो बाबू’…
‘तुमने ठीक कहा..’ – मैं बोला, ‘मैं बनारस से हूँ और यहाँ पढ़ाई के लिए आया हूँ’
वो खुश हुई और थैंक्स बोलकर चली गई.. मेरा उसको चोदने का प्लान फिलहाल पेंडिंग में रह गया। ..
अगले दिन वो फिर से आई.. दरवाजा खटखटाया…
‘बाबूजी.. ताजा सब्जी लाई हूं.. ले लो’.. उसने कहा..
आप ये मस्तराम सेक्स कहानी बिहारी सब्ज़ीवाली लड़की की चुदाई स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। और जैसे ही उसने सब्जी की टोकरी नीचे रखी, उसका पल्लू गिर गया.. पल्लू गिरते ही उसके मोटे-मोटे चुचे दिख गए.. क्या मस्त लग रहे थे.. वाह! मन कर रहा था के अभी जक्कड़ लू उनको और निचोड़ डालूं।
‘एकदम ताज़ी सब्ज़ी है बाबूजी’ उसने कहा.. वो दरवाज़े पर ही अपनी टोकरी रख कर बैठ गई…
मैं तो उसके मोटे चुचों में खोया हुआ था.. मैंने कहा.. – ‘बिलकुल, और रसभरी भी है..’
शायद उसने मुझे उसके चुचों को घूरते हुए देख लिया था.. वो एकदम से खड़ी हुई और बोली – ‘हां, रसभरे तो हैं’.. और पल्लू सीधा करने लगी …
मैंने कहा – ‘अरे.. ज़रा देखने तो दो उनको..’
उसने कहा – ‘फ़ुरसत नहीं है’.. वो इत्राने लगी.. साली..
मैंने कहा – ‘पैसे ले लो’
उसने मना किया और फालतू के नाटक करने लगी.. मैं भी नहीं माना और जबरदस्ती 500 रुपये उसके ब्लाउज में डाल दिए..
मेरा ये एक्शन उसको थोड़ा शॉकिंग लगा.. मैंने सोचा, अब इसको लेते है अंदर.. ढील दिया तो भाग जाएगी..
‘अब नाटक मत करो, ले लो..’… और मैने उसको थोड़ा खींचा अपनी तरफ़…
‘अरे बाबूजी.. मेरी टोकरी…’ – वो हंसते हैं हुई बोली..
मैंने उसको अंदर खींचा.. दरवाजा बंद कर दिया.. उसकी टोकरी बाहर ही रह गई…
‘तेरी टोकरी कोई नहीं चुराएगा.. टेंशन मत ले..’ – मैंने कहा.. ऐसा बोलकर मैंने उसको एक झटके में अपने गोद में उठा लिया और हॉल में ले आया…
आप ये मस्तराम सेक्स कहानी बिहारी सब्ज़ीवाली लड़की की चुदाई स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। मैंने उसको सोफे पर बिठा दिया और उसके बगल में बैठ गया.. वो काफ़ी फ्रैंक हो गई अब.. हम यहाँ वहाँ की बातें करने लगे और वो अपने बारे में बताने लगी.. ..
उसने बताया, उसका परिवार बिहार में है और वो अकेले यहां रहती है.. वो मेरे बाहों में थी और हम बातें कर रहे थे.. मैं उसकी नाभि और पेट पर हाथ फेर रहा था.. वो मेरे सीने पर अपना हाथ रखे हुए थे…
मैंने कहा – तुम बला की खूबसूरत हो.. मैं तो तुमको पहली बार देख कर ही पागल हो गया था.. पूरी रात सोया नहीं कल.. बस तुम्हारे बारे में ही सोच रहा था…’
वो हंसने लगी…
‘बस एक बार.. तुम्हारी ये सेक्सी जवानी का रस चखा दो अपने चाहनेवाले को..’ – मैंने कहा..
वो इठलाते हुई बोली – ‘क्या जवानी.. मेरी जवानी तो कहीं गम हो गई.. मेरे बाप ने एक आदमी से मेरी शादी करके बिदा कर दिया.. और भड़वा मुझे यहां छोड़ कर कहीं भाग गया… मेरी जवानी तो कहीं गम हो गई है …’
मैंने कहा – ‘ चिंता मत कर.. मैं हूँ तेरा प्रेमी.. तेरे जवानी को मैं जगाऊंगा वापस.. और ऐसे जगाऊंगा कि वो फिर कभी नहीं सोने पायेगी..’ ..
‘आज से तुम मेरे पास ही रहोगी..’
उसने मना नहीं किया.. और पैंट के ऊपर से ही मेरा लण्ड मसलने लगी.. साली बहुत फास्ट थी.. छाती से सीधे लण्ड पर पहुंच गई..
Sexy bihari ladki ki chudai karne ke liye main ready ho gaya…
आप ये मस्तराम सेक्स कहानी बिहारी सब्ज़ीवाली लड़की की चुदाई स्टोरी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। मैं भी कहाँ रुकने वाला था.. वो मेरा लंड मसल रही थी और मैं उसके चूचे मसलने लगा…
मेरा लंड किसी रॉकेट के तरह लॉन्च होने के लिए तैयार था.. अब कंट्रोल नहीं हो रहा था.. मैंने झाट से उसका ब्लाउज खोल दिया और उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया..
दोनों कबूतर पिंजरे से आज़ाद हो गए और मेरे मुँह पर आ गिरे.. मैंने उन्हें बेताहाशा चूमने लगा.. निप्पल काटने लगा.. मसलने लगा…
वो तड़प रही थी.. कर रही थी… आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊम्म्म ऊनंह अआहा आआह्ह्हाआ अहहाहः अहहाआअ ऊउन्न ऊम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह अहहाहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊम्म्म ऊनंह अआहा आआह्ह्हाआ अहहाहः अहहाआअ ऊउन्न ऊम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊँम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊँउम्ह आहाहाहा ऊँन्न्ह ऊँउम्म्ह अहहाह..
वो मज़े ले रही थी.. उसने इस बीच मेरी पैंट निकाल फेंकी.. मैंने अंडरवियर नहीं पहना था तो मेरा काला मोटा लंड, एकदम टाइट, बाहर आ गया.. वो मेरे लंड को हाथ में पकड़कर मुँह मारने लगी.. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था..
मैंने कहा – ‘अब इसको मत तड़पाओ मेरी जान.. ले लो इसको मुँह में..’
‘मैंने इसके पहले लंड मुँह में नहीं लिया..’ – उसने कहा..
तो मैंने कहा – ‘अब ले लो..’..
माँ बेटी की चुदाई कथा – माँ और उसकी दोनों बेटियों को चोद डाला
और उसने धीरे से मेरे लण्ड का सुपाड़ा चूमा और अपने मुँह में ले लिया.. वो मेरे लण्ड अब किसी आइसक्रीम की तरह चूसने लगी.. मेरे गोटे सहलाने लगी। .. और मैं यहां उसके स्तनों से खेल रहा था.. वो इतना मस्त चूस रही थी मेरा लण्ड की मैं आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः करने लगा..