पिंकी की चुत का भोसड़ा बनाया

फिर कुछ देर बाद मैंने उससे बोला कि में आज रात को तेरे रूम में आ जाऊंगा, तो वो मुझसे थोड़ा नखरा करने लगी, लेकिन फिर मेरे कहने और समझाने पर वो मान गई और वो मुझसे बोली कि ठीक है में तुम्हे सभी के सो जाने के बाद फोन कर दूँगी, तब तुम आ जाना और अब बस में रात होने का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था। दोस्तों ये कहानी आप हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पड़ रहे है।

दोस्तों आज का दिन मुझे जैसे सबसे लंबा दिन लग रहा था और मैंने दिन में ही अपनी तरफ से सारी तैयारियां कर ली थी कंडोम वगेरह की और में सब कुछ करने के लिए तैयार हो गया। रात को इंतज़ार करते करते मुझे ना जाने कब नींद आ गई और रात में करीब एक बजे उसका मेरे नंबर पर फोन आया तो मेरी नींद खुली और फिर हम दोनों के मकान की छते एक दूसरे से जुड़ी हुई है, इसलिए में तुरंत उठकर अपनी छत पर चला गया और में वहां से होते हुए उसकी छत पर पहुंच गया।

फिर मैंने देखा कि वो वहीं पर खड़ी हुई थी और मैंने उसे झट से अपनी बाहों में भर लिया और उसे पागलों की तरह किस करने लगा। bhosda

फिर वो मुझसे बोली कि प्लीज थोड़ा तो सब्र करो, अब में तुम्हारे पास ही हूँ, कहीं भागी नहीं जा रही जो तुम इतने उत्सुक हो रहे हो और वैसे भी यहाँ पर कोई हमे देख लेगा, इसलिए हम नीचे चलते है, घर के सभी लोग सो रहे है।

फिर में उसके कहने पर उसके पीछे पीछे नीचे चला गया और नीचे जाकर हमने कमरे में जाकर तुरंत दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया और अंदर जाते ही में उसे किस करने लगा। दोस्तों मैंने महसूस किया कि अब वो भी मेरा साथ दे रही थी और में किस करते करते उसके बूब्स को भी दबा रहा था और कभी कभी में कपड़ो के ऊपर से ही उसकी चूत पर भी अपनी उंगली को घुमा रहा था। desi maa ka bhosda

फिर थोड़ी देर किस करने के बाद मैंने जल्दी से उसके कपड़े उतारना शुरू कर दिए और अब वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी। दोस्तों उसके कातिल सेक्सी गोरे बदन को देखकर मेरा मन ललचाने लगा था। उस कामुक गोरे बदन पर उसकी वो काली कलर की ब्रा, पेंटी और भी उसकी सुन्दरता को बढ़ा रही थी। सच पूछो तो वो उस समय काम की देवी लग रही थी और में उस समय अपने पूरे जोश में था। तभी उसने मेरे भी सारे कपड़े उतार दिए और में अब उसके सामने सिर्फ़ अंडरवियर में था।

मेरा लंड अंडरवियर में तनकर खड़ा था, जिसको देखकर वो मन ही मन मुस्कुरा रही थी। bhosda

फिर मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही दोनों बूब्स को बारी बारी से दबाना और चूसना शुरू किया तो वो अब गरम होकर सिसकियाँ भरने लगी और फिर मैंने एकदम सही मौका देखकर उसकी ब्रा को भी उतार दिया और अब तो उसके गोल गोल बूब्स को देखकर मुझसे बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं हो रहा था और मैंने उन्हे ज़ोर ज़ोर से चूसना और दबाकर निचोड़ना शुरू कर दिया। फिर वो और भी ज़ोर से सिसकियाँ भरने लगी और कुछ देर बाद उसने मुझे दूर कर दिया और वो मेरा अंडरवियर उतारकर मेरे लंड से खेलने लगी और फिर उसने अपने होंठ मेरे लंड पर रख दिए।

दोस्तों मुझे तो मानो जन्नत मिल गयी हो ऐसा मज़ा आ रहा था। bhosda

फिर उसने धीरे धीरे मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया। मुझे मज़ा आने लगा और में उसके सर को पकड़कर अपने लंड पर दबाने लगा, जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उसके गले तक जा रहा था और वो बहुत मजे लेकर चूस रही थी। उसके कुछ देर चूसने के बाद में उसके मुहं से ही झड़ गया और उसने लंड को बाहर निकालने की बहुत कोशिश की, लेकिन मैंने अपना पूरा दम लगाकर उसको रोके रखा और फिर उसने मेरा पूरा गरम गरम वीर्य अपने गले में भरकर बाहर थूक दिया। फिर मैंने उसे लेटा दिया और में उसे किस करते हुए उसके बूब्स तक पहुंचा।

बूब्स को चूसते चूसते में उसकी चूत में भी उंगली करने लगा।

तब मैंने महसूस किया कि उसकी चूत बहुत टाईट, आकार में छोटी सी, गरम और पूरी गीली हो चुकी थी, वो अब सिसकियाँ भरने लगी थी।

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अब में धीरे धीरे उसके पूरे बदन को अपनी जीभ से चाटते हुए उसके नीचे तक आ गया और अब उसकी चूत पर जीभ घुमाने लगा। फिर उसने मेरा सर पकड़ लिया और चूत पर दबाने लगी और अपनी कमर को ऊपर नीचे करने लगी। में भी उसकी चूत को चाट रहा था और जीभ को उसकी चूत में अंदर तक घुसाकर उसे चोदने की कोशिश कर रहा था, वो भी जोश में आकर मुझसे कहने लगी कि प्लीज आईईईइ अब और ज़्यादा मत तड़पाओ उफफ्फ्फ्फ़ और अपना लंड मेरी चूत में डाल दो आह्ह्ह्ह में अब ज्यादा नहीं सह सकती।

फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रख दिया और एक हल्का सा धक्का दिया, लेकिन मेरा लंड बिल्कुल भी अंदर नहीं गया और फिर मैंने दोबारा थोड़ा और ज़ोर से धक्का लगाया तो मेरा लंड हल्का सा अंदर गया और वो झटके से पीछे हट गई और वो मुझसे बोली कि तुम बस अब रहने दो, तुम्हारा लंड ज्यादा अंदर नहीं जाएगा, मुझे बहुत दर्द होगा, प्लीज अब मुझे छोड़ दो।

फिर दोस्तों मैंने उसे बहुत प्यार से समझाया और उससे कहा कि पहली पहली बार सेक्स करने में थोड़ा दर्द जरुर होता है, लेकिन उस दर्द का मज़ा भी कुछ और ही होता है, तुम्हे भी थोड़ा दर्द जरुर होगा, लेकिन उसके बाद तुम्हे बहुत अच्छा लगने लगेगा और उस अनुभव को पाकर तुम मन ही मन बहुत अच्छा महसूस करोगी। फिर मैंने अपने लंड को दोबारा से उसकी चूत के मुहं पर रख दिया और एक ज़ोर से धक्का दे दिया तो हल्का सा लंड अंदर चला गया और उसके मुहं से चीख निकल गई।