ये कहानी उन सब लोगों के लिए है जो अपनी मकान मालकिन की चुदाई के सपने देखते हैं। इस XXX चुदाई कहानी में मुझे मौका मिल गया मकान मालिक की बीवी को चोदने का.. कहानी पर आते हैं. हेलो दोस्तों, आज मैं बहुत उत्साहित हूं आपसे ये चोदाई स्टोरी शेयर करके। Makaan malkin ko choda aur kirayedaar ko bhi pela.
मेरा नाम राजन है. ये कहानी उस दिन की है जब मेरा दिन खराब हो गया था.. मेरा काम नहीं हो पाया था और मूड ऑफ था.. साला, जैसे कोई बैड लक हो मेरा उस दिन.. शायद वो आदमी मकान मालकिन एक काली बिल्ली की तरह मेरा रास्ता कट गयी थी. वह तो थी वो. एक नंबर की हरामी. मेरा तो मन करता था कि उसकी बुर फाड़ दूं..
खैर, कहानी जारी रखते है. मेरा इंटरव्यू कुछ दिन पहले ही ख़राब हो गया था और मेरा मूड ऑफ़ था मकान मालकिन के ऊपर। वो साली बुढ़िया है, एक नंबर की चुदक्कड़, अपने पति से चुदती रहती है दिन भर पर उसकी चूत की आग नहीं बुझती।
उसको किराये के समय चाहिए, पर कमरे में कोई बंदोबस्त नहीं।
इस मादरचोद का पति भी बहुत गांडू है साला.. आप ये मकान मालकिन की बुर चुदाई की क्सक्सक्स कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। जैसे ही सर्दियां शुरू होती हैं, वो नहाना बंद कर देता है.. 2-3 महीने के बाद मुझे कहता है – बेटा मेरे बाल नरमो की बदबू तो नहीं आ रही.. .
मजबूरी के कारण सूंघना पड़ता है…दोनों साले हरामी के पिल्ले हैं..लाखों की कमाई करते हैं पर मजाल है कि पानी की टंकी लगा दे इतने बड़े घर में…
उनके एक कमरे में एक ड्राइवर रहता है. वो स्कूल बस चलाता है. पूरा दिन उसके कमरे में टाइमपास करती रहती है, उसकी फैमिली से गॉसिप, टाइमपास और खाना भी वहीं से ले जाती है..
इतना कंजूस कहीं नहीं देखा मैंने. अब वो बेचारा कुछ बोल नहीं पाता क्योंकि उसको दूध मिलता है फ्री का बुढ़िया के घर से.. पर मैं बोल देता हूँ, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
अब आगे की बातें सुनो.. गर्मी का समय था.. मई का महीना। उत्तर भारत में आप तो जानते हैं कि कितनी गर्मी पड़ती है। मैं अक्सर छत पर ही सोता था.. ठंडी हवा लगती थी रात में, और मुझे अच्छा भी लगता था…
एक दिन मेरा मन किया दारू पीने का.. मैं नीचे गया और 2 पेटी बीयर और 2-3 तंदूर चिकन ले आया ..कुछ चखना भी ले आया..
सब सेट करके मैं आराम से छत पर बैठा दारू पीने लगा और 2 बोतल खत्म हुई ही थी के वो ड्राइवर आ गया.. उसकी मुझे बनती थी, और हम अक्सर साथ बैठ कर पीते भी थे…
मैं – आओ, रामदास ..
वो मेरे बगल में बैठ गया और कहां – दारू चल रही है..?
मैं – क्या तुम भी रामदास, ये दारू नहीं, सोमरस है..
और मैंने उसको 1 बोतल पकड़ी थी..
वो बोला – भैया, कमरे में पीना तो ठीक है और छत पर वो मकान मालकिन देख लेगी तो तू-तू-मैं-मैं करूंगी..
मैं – छोड़ उसको यार.. पूरी दारू उतार दी तूने.. पी, टेंशन मत ले..
आप ये मकान मालकिन की बुर चुदाई की क्सक्सक्स कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। और मैं फिर से पीने लगा.. वो भी पीने लगा..
दारू चल रही थी, चिकन खाया जा रहा था और बातें शुरू हो गई.. तभी रामदास ने देखा कि मकान मालिक हमको एक कोने से देख रहा है.. मैंने कहा, देखने दे साले को, उसकी माँ की चूत को चाहिए होगा दारू..
मकान मालिक वहीं खड़ा रहा और हम बातें करने लगे..
रामदास – भैया, वो नीचे वाली, धोबी की बीवी, आपने चुदती है ना?
मैं – हम्म.. तुझे कैसे पता? रामदास – भैया, उसका कमरा मेरे कमरे के बगल में तो है.. जब उसको चोदते हो, मेरे कमरे में आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह अआहा आअह्ह्हाअ अहहहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहहः की आवाज़े आती है..
मैं – नहीं यार.. मैंने तो उसको बस दो बार ही चोदा है, उसका पति उसकी बुर मारता है दिन में 2-3 बार..
रामदास – अच्छा.. पर आपने उसको कैसे चोदने के लिए पटाया?
मैं – भाई मेरे.. उनको पटाने में ज़्यादा मेहनत नहीं लगी मुझे.. बस उनके बेवड़े पति को सहारा दिया, थोड़ी मदद की और आ गई वो मेरी बाहों में..
रामदास – क्या सच में? अगर हम भी उनको सहारा दे तो वो हमसे चुदवाएगी? मैं – तू बीयर पर ध्यान लगा और चिकन खा..
आप ये मकान मालकिन की बुर चुदाई की क्सक्सक्स कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। इतने में मकान मालिक आ गया. उसको साले को फ्री की बीयर चाहिए थी तो मैंने उसको 1 बोतल देकर भगा दिया..
Makaan malkin ko choda aur kirayedaar ko bhi pela
हम फिर से टॉपिक पर आ गए, धोबी की बीवी को चोदने का..
मैं – रामदास, उसकी चूत फट चुकी है.. पर माल ज़बरदस्त है. .
रामदास – भैया, उसकी चूत चाटी है आपने?..
मैं – हाँ, मस्त रसीली चूत है उसकी.. और चूत चटवाने पर चिल्लाती बहुत है.. पूरा चूत पानी से भर जाता है उसका.. जब भी मैंने उसकी चूत चाटी है, वो आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊउम्म्म ऊनंह आआहा आआह्ह्हाआ अहहाहः अहहाआअ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न् ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहाहाहहा ऊउन्न् ऊउम्म्ह अहहाहः करती है…
ऐसे ही बातें करते करते हम बहुत नशे में आ गए.. मैंने नहीं देखा कि कब मकान मालकिन छत पर आ कर हमारी बातें सुन रही थी.. मैं थोड़ा ज्यादा ही नशे में चला गया था.. थोड़ी झपकियाँ आ गई मुझे.. .
10 मिनट बाद अचानक मेरी आंख खुली..
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“ए कुत्ता हमारी चूत तोड़ दे रे” आहाआह ऊउन्न आहहाहा ऊउम्मम्म ऊनंह आहा आआह्ह्हाआ अहहाहः अहहाआआ ऊउन्न ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहहाहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहाहः ….
आवाज़ आई.. मैंने देखा मकान मालकिन नीचे लेती है, और रामदास उसे पेल रहा है.. रामदास पूरा नंगा था. वो बुड़िया अपना सारी उठाकर चुदवा रही थी.. पास ही मैंने 2-3 बीयर की बोतल देखी.. शायद मादरचोद बुड़िया ने पिया होगा.. मैंने नोटिस नहीं किया..
वो साली खूब जोर से आआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊम्म्म ऊनंह अआहा आआह्ह्हाआ अहहाहः अहहाआअ ऊउन्न ऊम्म्ह आआनाहा ऊउन्न् ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहहा ऊउन्न् ऊम्म्ह अहहाहःआआहाआह ऊउन्न् आहाहाह ऊम्म्म ऊनंह अआहा आआह्ह्हाआ अहहाहः अहहाआअ ऊउन्न ऊम्म्ह आआनाहा ऊउन्न् ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्ह आहाहाहा ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह अहहाहः करने लगी और रामदास के मोटे लण्ड से चुदवाने लगी..
पास ही मकान मालिक बैठा था और बीयर पी रहा था.. साला उसके सामने उसकी बीवी चुद रही थी.. पक्का बेशरम थे दोनो..
मकान मालकिन की चुदाई देखकर मुझे भी जोश आने लगा.. मैंने भी धोबी की बीवी को कॉल करके छत पर बुला लिया.. आप ये मकान मालकिन की बुर चुदाई की क्सक्सक्स कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। उसका पति अभी आया नहीं था तो चुदवाने आ गई..
मैं – चल, लंड चूस मेरा..
उसने झाट से मेरी पैंट और चड्डी नीचे कर दी और मेरा कड़क लंड चूसने लगी और मुठ मारने लगी .. नशे में होने के वजह से मेरा लंड थोड़ा टाइम ले रहा था खड़ा होने में.. पर वो मज़े से चूस रही थी.. मैं आआहाआह ऊउन्न् आहहाहा ऊउम्म्म ऊनंह आहा आआह्ह्हाआ अहहाहः अहहाआआ ऊउन्न् ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न् ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहहाहा ऊउन्न् ऊउम्म्ह अहहाहः कर रहा था…
5 मिनट लंड चूसने के बाद मेरा लंड खड़ा हो गया.. उसके ब्लोजॉब से मेरा लिमिट क्रॉस हो गया और सारा माल उसके मुँह में ही छोड़ दिया.. उसने पी लिया.. चाट-चाट कर..
फिर मैंने उसको नीचे गिरा दिया और नंगा कर दिया.. उसकी झांटवाली चूत में से पानी बह रहा था। साली एकदम तैयार थी चुदने के लिए.. वाहा साइड में अब मकान मालकिन रामदास के लण्ड के ऊपर चढ़ कर चुदवा रही थी.. ऊपर-नीचे ऊपर-नीचे.. और दर्द से चिल्ला रही थी..
मैं उसके बूब्स को चूसने लगा. मस्त चुचे थे उसके.. मैं उनको काटने और चाटने लगा… इतने में मेरा लण्ड खड़ा हो गया..
मैं उसके निप्पल काट रहा था और उसकी चूत में उंगली कर रहा था.. वो ज़ोर-ज़ोर से आआहाआह ऊउन्न् आहहाहा ऊउम्म्म ऊनंह आहा आआह्ह्हाआ अहहाहः अहहाआआ ऊउन्न् ऊउम्म्ह आआनाहा ऊउन्न् ऊम्म्ह आहाहाहा ऊनंह ऊउम्म्ह आहहाहा ऊउन्न् ऊउम्म्ह अहहाहः कर रही थी।
आप ये मकान मालकिन की बुर चुदाई की क्सक्सक्स कहानी हिंदी पोर्न स्टोरीज डॉट ऑर्ग पर पढ़ रहे हैं। मैं उसको नंगी ही अपने कमरे में ले गया और अपनी बीयर भी। कमरे में मेरे एक हाथ में बीयर की बोतल और दूसरे हाथ में उसका एक बूब, और मेरा लंड उसकी चूत में.. खूब पेलम-पेलाई चल रही थी.. उसको करीब 15 मिनट तक मैंने चोदा और उसके बूर में ही झड़ गया.. .
2 बार और चोदा उसको.. पीछे से.. और उसने मेरे आंड चाट चाट के लंड से माल गिरा दिया.. साली बड़ी चुदास है धोबी की बीवी। खैर चुदवाकर वो चली गई..
रामदास भी मकान मालकिन को चोदकर मेरे कमरे में नंगा ही आ गया.. उसने बीयर की पेटी साथ लेई थी.. हमने पूरी रात फिर से बीयर पी और सो गए..