जंगल में मंगल – Indian sex stories

हैलो दोस्तों, मेरा नाम है आकाश और मैं होशंगाबाद का रहने वाला हूँ | मेरी हाइट 6 फीट है लेकिन शरीर पतला है पर स्टैमिना बहुत है | मेरा रंग साफ़ है और देखने में अच्छा दिखता हूँ | मैं अभी अपनी पढाई कर रहा हूँ और जो कहानी मैं आपको बताने जा रहा हूँ वो कुछ महीने पहले की है | जब मैं कॉलेज की तरफ से कैम्प के लिए एक जंगल में गया था | वहां पर मैंने अपनी गर्लफ्रेंड पहली बार चोदा खुले आसमान के नीचे | तो चलिए अब मैं आपको जंगल ले चलता हूँ |

मेरे कॉलेज में मेरी एक गर्लफ्रेंड भी थी और वो भी मेरे साथ कैम्प गई थी | मैं आपको ये नहीं बताऊंगा कि कैसे मैंने उसको पटाया और उसको फसाने के लिए कौन कौन से पापड़ बेले जैसा की आपने बाकी कहानियों में पढ़ा होगा | मैं सीधे मुद्दे की बात पे आता हूँ | तो बात है कॉलेज की जब मेरे कॉलेज के कुछ लड़के लड़कियां कैम्प के लिए सेलेक्ट हुए थे जिसमें मैं और मेरी गर्लफ्रेंड भी थी | अब मैं आपको अपनी गर्लफ्रेंड के बारे में बता दूँ | उसका नाम है टीना और वो मेरे कॉलेज की उच्च कोटी की सामानों में से एक है | मैंने बड़ी मुश्किल से उसे पटाया था लेकिन वो मुझे ज्यादा हाँथ नहीं लगाने देती थी, ज्यादा नखरे वाली थी ना | लेकिन जिस दिन मैंने कैम्प के बारे में सुना तो मैंने मन बना लिया कि वहां उसे चोद के रहूँगा |

फिर जिस दिन कैम्प जाना था तो सारे बच्चे कॉलेज में आये और हम सभी बस में बैठकर निकल गए | बस ने हमें एक सुनसान सड़क पर उतार दिया और हमें अब पैदल चल कर अन्दर जाना था | टीना ने अपना बैग भी मुझे पकड़ा दिया और मुझे मज़बूरी में उठाना पड़ा | लेकिन मैंने मन में सोचा ठीक है कर ले जो करना है लेकिन तू चुदे बिना यहाँ से नहीं जाएगी | हम सभी चलते चलते अन्दर पहुंचे और अपना तम्बू लगाने लगे | टीना बहुत बड़ी बकचोद थी उससे कुछ नहीं बनता था बस दिखने की थी वो | उससे अपना तम्बू लगते नहीं बन रहा था जबकि कॉलेज में इसकी ट्रेनिंग दी गई थी | तो सर ने कहा बोलो आकाश से लगा देगा वैसे भी तुम्हारे सारे काम वोही करता है | सर की ये बात मुझे चुभ गई लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा और टीना को आवाज़ लगा कर कहा टीना अगर नहीं बन रहा तो मेरे में आ जाओ |

टीना भी ख़ुशी ख़ुशी आ गए और सर की गांड जल गई | अब मैं और टीना एक ही तम्बू में थे और आजू बाजू लेटे थे लेकिन मैं उसको हाँथ भी नहीं लगा रहा था | फिर हम दोनों सो गए और थोड़ी देर बाद उठे और अब शाम हो चुकी थी | फिर खाना बना हम सब ने खाना खाया और तब तक लगभग रात के 8 चुके थे | फिर सर ने कहा कहीं जाना मत अगर टहलना है तो आस पास टहल लो | तो मैं और टीना घूमने निकल गए लेकिन ज्यादा दूर नहीं गए और घूम फिर कर बातें करते हुए वापस आ गए | टहलते समय पता नहीं क्यों टीना बार बार मेरा हाँथ पकड़ रही और मेरे कंधे पर सिर रख रही थी लेकिन मैं उसको हटा दे रहा था | फिर हम दोनों वापस आये और जाके तम्बू में बैठ गए | फिर हम दोनों ने बातें शुरू कर दी और बातें करते करते लेट गए |

हम दोनों लेटे हुए थे और एक हाँथ सर के नीचे रखे थे और आमने सामने थे तभी टीना ने अपना हाँथ उठाया और मेरे हाँथ पर उँगलियाँ फिराने लगी | तो मैंने कहा ये क्या कर रही हो ? तो उसने कहा कुछ नहीं बस यूँ ही तो मैंने उसका हाँथ हटा दिया | फिर हम दोनों बात करने लगे और फिर से उसने मेरे हाँथ पर उंगलियाँ फिराई और मैंने फिर से उसका हाँथ दिया | फिर थोड़ी देर बाद वो मेरे चेहरे पर हाँथ फिराने लगी तो मैंने उसका हाँथ पकड़ा और कहा तुम करना क्या चाहती हो ? तो उसने कहा कुछ नहीं | अब उसने मुझसे कहा अच्छा ठीक है नहीं करुँगी कुछ लेकिन एक बात बताओ ? तो मैंने कहा हाँ बोलो | तो उसने कहा तुम मेरे साथ कुछ करते नहीं हो और कभी मुझे छूते भी नहीं हो क्यों ?

तो मैंने मान में सोचा ये मादरचोद मेरे ऊपर झूठा इलज़ाम लगा रही है भोसड़ी वाली हाँथ लगाने खुद नहीं देती और मुझे बोल रही है कि कुछ करते नहीं हो | उसकी ये बात सुनकर मुझे गुस्सा आने लगा और मैं उसके ऊपर फट पड़ा | मैंने उससे कहा देखो मैं तो तुम्हारे साथ बहुत कुछ करना चाहता हूँ लेकिन तुम मुझे कभी छूने भी नहीं देती हो | तो उसने कहा देखो कुछ भी मत बोलो मैंने कभी भी तुम्हें कुछ भी करने से नहीं रोका | उसकी इस बात से मुझे बहुत गुस्सा आ गया और मैंने उससे कहा हाँ सारी गलती तो मेरी ही है और मैंने उसको दो तीन बार की बात बता दी जब उसने मुझे हाँथ भी लगाने नहीं दिया था | ये सुनकर वो शांत हो गई और मैं बाहर निकल गया | मैं थोड़ी आगे जाने लगा और टीना भी बाहर आके मेरे पीछे आने लगी |

हम थोड़ी दूर आ गए और वो मुझे पीछे से आवाज़ लगाती रही लेकिन मैं नहीं रुका और चलता गया | वो रात का वक़्त था और मैं मोबाइल की टॉर्च जला के जा रहा था | तभी टीना भाग कर आई और मेरा हाँथ पकड़ लिया और कहा कहाँ जा रहे हो ? तो मैंने कहा कहीं भी जाऊ तुम्हें क्या | तो उसने कहा मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड हूँ तो मैंने कहा अच्छा लेकिन हमारे बीच गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड जैसा कुछ नहीं है | तो उसने कहा नहीं ऐसा नहीं है मैं तुम्हें बहुत पसंद करती हूँ | अब मैंने सोचा बहुत हो गया नाटक अब लाइन पे आ जाओ वरना कुछ नहीं मिलेगा | तो मैं उसके पास गया और उसकी कमर पकड के उसको अपने से चिपका लिया और कहा अच्छा ठीक है अब मैं जो भी करता हूँ तुम मुझे मना नहीं करोगी | तो उसने कहा ठीक है और जैसे ही उसने ये कहा मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से किस करना शुरू कर दिया |

किस करते समय उसका मुंह बंद था तो मैंने और जोर से उसको किस करना शुरू किया और उसका मुंह खुल गया और वो भी मुझे जोर जोर से किस करने लगी | फिर मैंने उसको थोड़ी देर तक किस किया और फिर मैंने उसका टॉप ऊपर किया और ब्रा नीचे करके उसके दूध पकड़ के चूसने लग गया | उसके दूध छोटे थे लेकिन थे एक सफ़ेद | फिर मैंने उसके निप्पल को चूसा और वो ऊम्म्म्म उम्म्म्म उम्म्म्म करती रही | फिर मै रुक गया और मोबाइल को एक पेड़ पर फसा दिया ताकि सारी रोशिनी हम पर पड़े और मुझे सब आसानी से दिखे | फिर मैं उसके पास गया और जाके फिर से उसके दूध चूसने लगा | मैंने थोड़ी देर तक उसके दूध चूसे और फिर अपना लोअर और चड्डी नीचे करके उससे कहा चूसो |

वो नीचे झुकी और घुटनों पर बैठ गई और मेरा लंड पकड़ के हिलाने लगी | फिर उसने मेरा लंड मुंह में डाला और मेरी आँखें बंद हो गई | फिर मैंने अपनी आँखें खोली और उसको देखने लगा और वो भी मेरी आँखों में देखकर मेरा लंड चूस रही थी और थोड़ी देर में मेरा मुट्ठ निकल गया | वहां पर एक बड़ा सा पत्थर था जिसपे मैं उसे बैठा दिया और उसकी लोअर और पैंटी को उतार दिया | उसकी चूत के ऊपरी हिस्से में बाल थे लेकिन नीचे नहीं थे इसलिए मैंने उसकी चूत चाटना शुरू कर दी | मैंने थोड़ी देर तक उसकी चूत चाटता रहा और वो अह्ह्ह्हह अहह्ह्ह्हा हहह्हह्ह ऊह्ह्ह्हह करती रही और अपने हाँथ से अपने दूध दबाती रही |

फिर मैंने खड़ा हुआ और तब तक मेरा भी खड़ा हो चुका था तो मैंने उसकी चूत के छेद पे रखा और बड़े आराम से उसकी चूत के अन्दर करने लगा | पहले मेरा लंड थोडा सा अन्दर गया और थोड़ी देर चुदाई के बाद मेरा लंड पूरा अन्दर जाने लगा और मैं जोर जोर से उसको चोदने लगा | वो अब जोर जोर आह्ह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्हा हह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह करने लगी | फिर मैं उसके ऊपर लेट गया और उसको किस करते हुए चोदने लगा और थोड़ी देर तक उसको चोदता रहा | फिर मेरा मुट्ठ निकला और मैंने सारा मुट्ठ बाहर चूत पे गिरा दिया | फिर हमने कपडे पहने और चलते चलते वापस कैम्प में पहुँच गए और तम्बू में जाके एक दुसरे से चिपक के सो गए | उसके बाद हमने कई बार चुदाई की और फिर मैंने कुछ दिन के बाद उससे ब्रेकअप कर लिया और दूसरी लड़की फसा ली | वो बहुत अच्छी है | उसने बहुत जल्दी मुझे चूत मारने दे दी और मैंने अभी तक उसका साथ नहीं छोड़ा |

तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी | आशा है आप लोगों को पसदं आई होगी | आप लोग अपनी अपनी राय देना मत भूलियेगा | मुझे इंतजार रहेगा |